Railway Freight Income: भारतीय रेलवे से हर दिन करोड़ों पैसेंजर्स एक शहर से दूसरे शहर के लिए ट्रैवल करते हैं. पैसेंजर्स की इन भारी भीड़ को देखकर कई बार आप भी सोचते होंगे कि इनसे रेलवे को कितनी कमाई होती होगी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि पैसेंजर टिकट की बिक्री रेलवे की आय का सबसे बड़ा सोर्स नहीं है? जी हां, रेलवे को सबसे अधिक इनकम माल भाड़े से होती है. वित्त वर्ष 2024-25 में भी रेलवे ने पहले 5 महीने में माल ढुलाई से करीब 72 हजार करोड़ रुपये की कमाई कर ली है. 

653 टन हुई माल ढुलाई

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रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक, भारतीय रेल ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में 31 अगस्त तक की रिकॉर्ड 653.22 मिलियन टन माल ढुलाई की है. पिछले वित्तीय वर्ष यानी 2023-24 में इसी अवधि के दौरान रेलवे द्वारा 634.68 मिलियन टन माल ढुलाई की गई थी. 

वित्तीय वर्ष 2024-25 में 31 अगस्त तक माल ढुलाई से भारतीय रेल ने कुल 71,854.08 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है. पिछले वित्तीय वर्ष में इसी अवधि के दौरान रेलवे को 68,740.49 करोड़ रुपये की आय हुई थी.

फ्रेट लोडिंग से हुई कितनी कमाई

इस साल के अगस्त महीने में रेलवे दवारा कुल फ्रेट लोडिंग 126.97 मिलियन टन रहा है. जबकि, अगस्त महीने में कुल माल ढुलाई से 13,354.31 रुपये की आय अर्जित की गई है. भारतीय रेल द्वारा वित्त वर्ष 2023-24 में कुल 1,591 मिलियन टन माल की लोडिंग की गई है. रेलवे ने वित्त वर्ष 2023-24 में फ्रेट लोडिंग से 1,68,276 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया था.

कोल लोडिंग से हुई रिकॉर्ड कमाई

भारतीय रेल ने वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान 787.58 मिलियन टन कोल लोडिंग की और एक साल में कोयले की ढुलाई का अब तक का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है. कोल लोडिंग से रेलवे को पिछले वित्तीय वर्ष (2023-24) में 86,838 करोड़ रुपये की आय हुई है. 

रेलवे ने 2014 से 2024 तक दस वर्षों की अवधि में 12,661 मिलियन टन माल लदान किया है, वर्ष 2004 से 2014 के बीच केवल 8,473 मिलियन टन माल लदान ही हो पाया था.