Indian Railways: देश में रेल हादसों को कम करने के लिए भारतीय रेल की कोशिशें रंग ला रही हैं. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि पिछले 3 सालों में मानवरहित रेल फाटकों पर एक भी रेल हादसा नहीं हुआ. रेल मंत्री ने गुरुवार को लोकसभा में एक प्रश्न के जवाब में इसकी जानकारी दी. रेल मंत्री रेल फाटकों पर हादसों को कम करने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में और भी कई अहम जानकारियां साझा कीं. अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में कहा कि रेल रूट पर पड़ने वाले भारतीय रेल के ब्रॉड गेज नेटवर्क पर सभी मानव रहित फाटकों (UMLC) को 31 जनवरी तक खत्म कर दिया गया है.

मीटर गेज और नैरो गेज सेक्शन पर उपलब्ध हैं 751 मानवरहित फाटक

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लिखित जवाब में बताया कि भारतीय रेल नेटवर्क के मीटर गेज और नैरो गेज सेक्शन पर कुल 751 मानवरहित फाटक मौजूद हैं, जिन्हें उन सेक्शन के गेज कन्वर्जन के साथ ही खत्म करने की योजना है. रेल मंत्री ने बताया कि पिछले 3 सालों के दौरान मानवरहित समपारों पर परिणामी रेल दुर्घटनाओं की संख्या 0 है. देश में UMLC पर रेल दुर्घटनाओं को कम करने के लिए भारतीय रेलवे कई जरूरी और बड़े कदम उठा रही है.

फाटक पर रेल हादसों को रोकने के लिए उठाए जा रहे कदम

  • ब्रॉड गेज पर सभी मानव रहित समपार (यूएमएलसी) को 31.01.2019 तक समाप्त कर दिया गया है.
  • सड़क यातायात वाले फाटकों पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए या तो वहां कर्मचारियों की तैनाती की गई है या उन्हें सिगनल के साथ इंटरलॉक किया गया है.
  • फाटकों पर सीटी बोर्ड, सड़क चेतावनी बोर्ड, स्पीड ब्रेकर जैसे कई बुनियादी ढांचे की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर निर्देश और निरीक्षण अभियान चलाए जा रहे हैं.
  • इसके अलावा, फाटकों पर सुरक्षित परिवहन के लिए सड़क से गुजरने वाले लोगों के बीच सुरक्षा जागरूकता पैदा करने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं.