Indian Railways: भारतीय रेल के पूर्व मध्य रेल (East Central Railway) बिना टिकट और अनियमित यात्रा पर रोक लगाने के लिए लगातार सख्ती से अभियान चला रहा है. ट्रेनों में बिना टिकट (Without Ticket) या अनियमित यात्रा करने वाले यात्रियों की वजह से न सिर्फ वैलिड टिकट के साथ सफर करने वाले यात्रियों को समस्याएं होती हैं बल्कि रेलवे को आर्थिक नुकसान भी होता है. इसी सिलसिले में पूर्व मध्य रेलवे ने 22 नवंबर को समस्तीपुर मंडल में सुबह 05.00 बजे से रात 11.00 बजे तक 18 घंटे का स्पेशल टिकट चेकिंग (Ticket Checking) अभियान चलाया. इस दौरान अधिकारियों की अलग-अलग टीम बनाकर रेलवे स्टेशन और ट्रेनों में टिकट चेकिंग अभियान चलाया गया. इस अभियान में बिना टिकट और अनियमित यात्रा के कुल 9700 केस सामने आए, जिनसे जुर्माने के रूप में 68 लाख रुपये से ज्यादा की राशि प्राप्त हुई.

22 नवंबर को समस्तीपुर मंडल ने चलाया था चेकिंग अभियान

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पूर्व मध्य रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक 22 नवंबर को जुर्माने के रूप में वसूली गई ये राशि समस्तीपुर मंडल द्वारा इस वित्तीय वर्ष के किसी भी एक दिन में टिकट चेकिंग से जुर्माने के रूप में प्राप्त होने वाली राशि के मामले में सबसे ज्यादा है. बताते चलें कि पूर्व मध्य रेलवे के समस्तीपुर मंडल ने 8 नवंबर और 15 नवंबर को भी इसी तरह का टिकट चेकिंग अभियान चलाया था.

पुराने अभियान से प्राप्त हुई राशि को देखकर फिर चलाई गई चेकिंग

समस्तीपुर मंडल द्वारा 8 नवंबर को चलाए गए चेकिंग अभियान से 55 लाख और 15 नवंबर को चलाए गए चेकिंग अभियान से 61 लाख रुपये का रेल राजस्व प्राप्त हुआ. 8 और 15 नवंबर को जुर्माने के रूप में वसूली गई राशि को ध्यान में रखते हुए ही समस्तीपुर मंडल ने 22 नवंबर को भी ये अभियान चलाया और रेल राजस्व के मामले में अपने ही दोनों रिकॉर्ड को तोड़कर एक नया रिकॉर्ड बना डाला.

सोनपुर मंडल ने भी प्राप्त किया था 46.53 लाख रुपये का जुर्माना

पूर्व मध्य रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक 21 नवंबर को सोनपुर मंडल में भी इसी तरह का सख्त टिकट चेकिंग अभियान चलाया गया था. इस जांच अभियान में बिना टिकट और अनियमित यात्रा के कुल 6908 मामले सामने आए थे, जिनसे 46 लाख 53 हजार रुपये से ज्यादा का रेल राजस्व प्राप्त हुआ था.