क्या आपने भी होली पर घर जाने के लिए ट्रेन में बुक की है टिकट, नियमों का रखें खास ध्यान, रेलवे ने 50 यात्रियों को किया है गिरफ्तार
Indian Railways: भारतीय रेल अपने यात्रियों को बेहतर सेवाएं देने के लिए दिन-रात काम करती है. हालांकि, ट्रेन में कुछ ऐसे लोग भी सफर करते हैं जो सिर्फ अपने फायदे के लिए न सिर्फ बाकी यात्रियों के लिए समस्याएं खड़ी करते हैं बल्कि रेलवे के नियमों और कानूनों का भी उल्लंघन करते हैं.
Indian Railways: भारतीय रेल अपने यात्रियों को बेहतर सेवाएं देने के लिए दिन-रात काम करती है. हालांकि, ट्रेन में कुछ ऐसे लोग भी सफर करते हैं जो सिर्फ अपने फायदे के लिए न सिर्फ बाकी यात्रियों के लिए समस्याएं खड़ी करते हैं बल्कि रेलवे के नियमों और कानूनों का भी उल्लंघन करते हैं. यात्रा के दौरान नियम तोड़ने वाले यात्रियों के खिलाफ भारतीय रेल काफी सख्त दिखाई दे रही है. इसी सिलसिले में भारतीय रेल के पूर्व मध्य रेलवे ने बिना किसी ठोस कारण के चेन पुलिंग करने वाले यात्रियों के खिलाफ कार्रवाई कर जुर्माना वसूला है.
2 मार्च को चला अभियान, 50 लोगों को किया गया गिरफ्तार
पूर्व मध्य रेल बिना किसी कारण चेन पुलिंग कर ट्रेनों को जहां-तहां रोकने वालों के खिलाफ नियमित कार्रवाई करता रहा है. इसी कड़ी में पूर्व मध्य रेल रेलवे सुरक्षा बल के साथ मिलकर ऑपरेशन ‘‘समय पालन‘‘ के तहत ऐसे लोगों पर कड़ी निगरानी रख रहा है ताकि ट्रेनें अनावश्यक रूप से लेट न हों. 2 मार्च को चलाए गए इस विशेष अभियान में रेलवे सुरक्षा बल द्वारा 1 दिन में पूर्व मध्य रेल के अलग-अलग रेलखंडों में बिना उचित कारण के चेन पुलिंग करने के आरोप में 50 लोगों को हिरासत में लिया. पकड़े गए लोगों के खिलाफ रेल अधिनियम की धारा 141 के तहत कार्रवाई की गई है.
दानापुर मंडल में पकड़े गए सबसे ज्यादा लोग
पूर्व मध्य रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक ऑपरेशन ‘समय पालन' के तहत 2 मार्च को सबसे ज्यादा 32 लोग दानापुर मंडल में पकड़े गए जबकि सोनपुर मंडल में 9, पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल में 5, समस्तीपुर मंडल में 2 और धनबाद मंडल में 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया.
बताते चलें कि बिना किसी उचित कारण के ट्रेनों में लगाए गए इमरजेंसी अलार्म चेन खींचने से न सिर्फ उस ट्रेन में सवार यात्रियों को दिक्कतें होती हैं बल्कि उस लाइन पर पीछे से आ रही ट्रेनों में सवार यात्री भी लेट होते हैं. इतना ही नहीं, इस वजह से रेलवे को भी भारी आर्थिक नुकसान होता है. पूर्व मध्य रेलवे ने कहा है कि वे अपने यात्रियों की सुविधा के लिए भविष्य में भी इस अभियान को चलाते रहेंगे.