Vande Bharat Express: देश की पहली वंदे भारत ट्रेन पर पथवार का एक और मामला सामने आया है. इस बार विशाखापत्तनम -सिकंदराबाद वंदे भारत एक्सप्रेस पर बदमाशों ने पत्थर चला दिया है. इस घटना के बाद ट्रेन के C8 कोच का शीशा टूट गया. बता दें कि वंदे भारत एक्सप्रेस को पत्थर मारकर क्षतिग्रस्त करने का तीन महीने में ये तीसरा मामला है. लेकिन क्या कभी इन घटनाओं के बीच आपने सोचा है कि एक वंदे भारत ट्रेन को बनाने में रेलवे को कितना खर्च करना पड़ता है. आइए जानते हैं देश की पहली सेमी हाई स्पीड इंजनलेस ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express Train) को बनाने में कितनी लगात आती है.

कितने में बनती है एक वंदे भारत ट्रेन

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इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, चेन्नई (ICF-Chennai) के महाप्रबंधक एके अग्रवाल ने बताया कि एक वंदे भारत ट्रेन को बनाने में करीब 110 से 120 करोड़ रुपये तक की लागत आती है. उन्होंने बताया कि 16 कोच वाले इस इंजनलेस सेमी हाई स्पीड ट्रेन को बनाने में 120 करोड़ रुपये तक की लागत आ सकती है. 

200 स्लीपर वंदे भारत का टेंडर जारी

भारतीय रेलवे ने देश में 200 नई स्लीपर वंदे भारत ट्रेन (Sleeper Vande Bharat) को बनाने के लिए टेंडर जारी किया है. इसके लिए TMH-RVNL और BHEL-Titagarh Wagons ने बोलियां जीती हैं. ये बोलियां करीब 55,000 करोड़ रुपये के हैं. रेलवे इसके अलावा 200 और वंदे भारत ट्रेन का टेंडर जारी करने की तैयारी में है. कुल मिलाकर अभी तक 478 वंदे भारत ट्रेनों की अनुमति दी जा चुकी है.

क्यों खास है वंदे भारत

  • ट्रेन में ऑटोमेटिक स्लाइट डोर लगे हुए हैं और हर गेट के बाहर ऑटोमेटिक फुट रेस्ट भी है जो स्टेशन आने पर बाहर निकलता है.
  • वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Train) की सीटें पैसेंजर्स की सुविधा के लिए रीक्लाइनिंग है. वहीं हर सीट के नीचे चार्जिंग प्वाइंट्स भी दिए गए हैं.
  • ट्रेन में पैसेंजर्स के एंटरटेनमेंट का भी पूरा ध्यान रखा गया है. इसके अंदर 32 इंच की टीवी स्क्रीन भी लगी हुई है. 
  • वंदे भारत ट्रेन में पैसेंजर्स की सेफ्टी का पूरा ध्यान रखा गया है. इसमें उन्हें फायर सेंसर, GPS और कैमरे की सुविधा भी मिलती है. 
  • किसी भी अनचाहे खतरे से बचाने के लिए वंदे भारत ट्रेन में रेलवे सुरक्षा कवच नाम का सेफ्टी फीचर भी लगाया गया है, जो इसे किसी दूसरे ट्रेन की टक्कर से बचाता है. 
  • वंदे भारत ट्रेन एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) की ऑपरेशनल स्पीड 160 किमी प्रति घंटा है. इसमें इंटेलिजेंट ब्रेकिंग सिस्टम लगा है, जो कम समय में भी ट्रेन को रोकने में मदद करता है.
  • दिव्यांग पैसेंजर का पूरा ध्यान रखते हुए सीट हैंडल्स पर ब्रेल लिपि में भी सीट नंबर लिखा गया है. वहीं दिव्यांग फ्रेंडली बॉयो टॉयलेट भी लगे हुए हैं. 

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