Circular Rail Network: आमतौर पर किसी शहर को जाम से छुटकारा दिलाने के लिए उसके चारो तरफ रिंग रोड का जाल बिछाया जाता है. इससे शहर के अंदर गाड़ियों की भीड़ को कम करने में मदद मिलती है, लेकिन बेंगलुरु को जाम से मुक्ति दिलाने और विकास की गति को और मजबूत करने के लिए लगभग 23,000 करोड़ रुपये की लागत से सर्कुलर रेल नेटवर्क प्रोजेक्ट को शुरू किया जा रहा है. केंद्रीय रेल राज्य मंत्री वी. सोमन्ना ने इस बारे में जानकारी दी. 

तैयार है सर्कुलर रेल नेटवर्क का ब्लू प्रिंट

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वी. सोमन्ना ने बताया, "आने वाले दिनों में बेंगलुरु और उसके आसपास ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम को बढ़ाने के लिए और आवश्यक उपायों को ध्यान में रखते हुए, हमारे पास सर्कुलर रेल नेटवर्क (Circular Rail Network) का ब्लूप्रिंट तैयार है."

 

287 किमी लंबा रेलवे प्रोजेक्ट

सर्कुलर रेलवे नेटवर्क (Circular Railway Network) वर्तमान में बन रहे सबअर्बन रेलवे नेटवर्क से 10 किमी दूर होगा.

केंद्रीय मंत्री ने कहा, यह 287 किलोमीटर लंबी रेलवे परियोजना है जो बेंगलुरु के आसपास के वड्डरहल्ली, देवनहल्ली, मालूर, हिलालिगे, हेज्जला, सोलूर और निदागुंडा से होकर गुजरती है, विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा रही है.

23 हजार करोड़ का रेल प्रोजेक्ट

वी. सोमन्ना ने कहा, "बेंगलुरु में इस सर्कुलर रेल प्रोजेक्ट का अनुमानित खर्च 23,000 करोड़ रुपये है. हम राज्य सरकार से केवल जमीन मांगेंगे, और प्रोजेक्ट का खर्च केंद्र सरकार वहन करेगी. इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य बेंगलुरु में एक महत्वपूर्ण योगदान देना भी है."

मंत्री ने आगे कहा कि जमीन (उपलब्धता) कोई समस्या नहीं होगी क्योंकि जहां भी रेलवे ट्रैक उपलब्ध होगा, वहीं नजदीक में नया ट्रैक बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह अगले 10 से 15 वर्षों में बेंगलुरु के विकास को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है. आसपास के गांवों को छोड़कर बेंगलुरु की आबादी अब 1.40 करोड़ से अधिक हो गई है.