Indian Railway: मध्य रेलवे ने पार्सल से कमाए 105.74 करोड़, गैर-किराया राजस्व में 223 फीसदी की बढ़ोतरी
Indian Railways: वित्त वर्ष 2022-23 में अप्रैल से लेकर अगस्त तक मध्य रेल का प्रदर्शन शानदार रहा है, जिसमें पिछले साल की इसी अवधि के दौरान 7.61 करोड़ रुपये की तुलना में गैर-किराया राजस्व में 24.58 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड राजस्व के साथ 223 फीसदी की भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
Indian Railways: भारतीय रेल अपने यात्रियों को बेहतर और सुविधाजनक रेल सेवाएं देने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है. इसके साथ ही भारतीय रेल अपने राजस्व को लेकर भी काफी गंभीर है और कमाई के अलग-अलग स्त्रोत तलाश कर मोटा मुनाफा कमा रही है. इसी सिलसिले में भारतीय रेल के मध्य रेल (Central Railway) का शानदार प्रदर्शन देखने को मिला है. मध्य रेलवे द्वारा जारी की गई एक प्रेस रिलीज के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 में अप्रैल से लेकर अगस्त तक मध्य रेल का प्रदर्शन शानदार रहा है, जिसमें पिछले साल की इसी अवधि के दौरान 7.61 करोड़ रुपये की तुलना में गैर-किराया राजस्व में 24.58 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड राजस्व के साथ 223 फीसदी की भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इस साल अगस्त महीने में ई-नीलामी के माध्यम से मध्य रेलवे ने 628.46 लाख रुपये वार्षिक लाइसेंस शुल्क के साथ 36 गैर-किराया राजस्व ठेके दिए.
मध्य रेल ने कमाई बढ़ाने के लिए बनाई 82 मोबाइल संपत्ति
मेल, एक्सप्रेस ट्रेनें, उपनगरीय ट्रेनें और लोकोमोटिव पर दिए जाने वाले विज्ञापन, जिन्हें मोबाइल संपत्ति कहा जाता है. ये सभी मध्य रेल के लिए एक बड़ा राजस्व जनरेटर साबित हुए हैं. ई-नीलामी के तहत मुंबई मंडल पर 33, पुणे मंडल पर 38, नागपुर मंडल पर 5 और भुसावल और सोलापुर मंडल में 3-3 सहित कुल 82 मोबाइल संपत्ति बनाई गई हैं.
पुणे मंडल ने अगस्त-2022 के महीने में 14 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के 27 रेकों पर ई-नीलामी की और विज्ञापन अनुबंध दिए. जिसमें 3 साल की अवधि के लिए 132.48 लाख रुपये प्रति वर्ष का राजस्व दर्ज किया गया.
ट्रेनों पर मिलने वाले विज्ञापन से हो रही है मोटी कमाई
भारी उपनगरीय यातायात वाले मुंबई मंडल ने उपनगरीय ईएमयू रेक के आंतरिक और बाहरी विज्ञापन के माध्यम से प्रत्येक में 42 संपत्तियां बनाई हैं. 5 साल की अवधि के लिए 35.56 लाख रुपये प्रति वर्ष के राजस्व के साथ 38 ईएमयू रेक में लगेज रेक डिस्प्ले सहित 8 टेंडर प्रदान किए गए हैं. इसमें 15 ईएमयू रेक पर बाहरी विज्ञापन और 20 ईएमयू रेक पर आंतरिक विज्ञापन से 231.65 लाख रुपये का राजस्व दर्ज करना शामिल है.
पार्सल राजस्व
मध्य रेल ने वित्त वर्ष 2022-23 (अप्रैल से अगस्त) में पार्सल और लगेज राजस्व के माध्यम से 105.74 करोड़ रुपये का महत्वपूर्ण राजस्व भी दर्ज किया है. अगस्त 2022 में मध्य रेल ने 21.12 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज करते हुए 2.10 लाख टन पार्सल का परिवहन किया है.
वित्त वर्ष 2022-23 (अगस्त तक) के दौरान, टाइम-टेबल पार्सल ट्रेनों की 121 सेवाओं से 8.32 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित हुआ है और 14 इंडेंट पार्सल कार्गो एक्सप्रेस ट्रेनों ने 2.90 करोड़ का राजस्व अर्जित किया है.
वर्तमान में 89 सीटिंग कम लगेज रेक (एसएलआर) और 12 पार्सल वैन (वीपी) पट्टे पर हैं, जिनमें से 18 एसएलआर और एक वीपी को हाल ही में ई-नीलामी के माध्यम से पट्टे पर दिया गया है.