अब ट्रेन के अंदर और बाहर CCTV से होगी निगरानी, यात्रियों की सुरक्षा के लिए 75 लाख कैमरे लगवाएगा रेलवे
रेल यात्रा को सुरक्षित बनाने और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए रेलवे अब सीसीटीवी कैमरे लगवाएगा. ट्रेन को डिरेल करने के मामले लगातार सामने आने के बाद रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा के लिहाज से ये फैसला लिया है.
ट्रेन को डिरेल करने के मामले लगातार सामने आने के बाद रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए बड़ा फैसला लिया है. रेल यात्रा को सुरक्षित बनाने और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए रेलवे अब सीसीटीवी कैमरे लगवाएगा. इस बात की जानकारी बुधवार को केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी. उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के मकसद से पटरियों और आसपास के क्षेत्र पर नजर रखने के लिए CCTV कैमरों की मदद ली जाएगी.
रेलवे कोच से लेकर इंजन तक होंगे कैमरों से लैस
जानकारी के मुताबिक अब रेलवे यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 75 लाख सीसीटीवी कैमरे लगवाएगा. ये कैमरे पटरियों पर संदिग्ध वस्तुओं का पता लगाएंगे और ड्राइवर्स को इमरजेंसी ब्रेक लगाने के लिए सचेत करेंगे. भारतीय रेलवे 40,000 कोचों, 14,000 इंजनों और 6,000 ईएमयू को एआई संचालित सीसीटीवी कैमरों से लैस करने की योजना बना रहा है. इन सुरक्षा उपायों को करने में करीब 15 हजार करोड़ रुपए का खर्च आएगा.
डेटा सेंटर भी बनाया जाएगा
कैमरे लगाने के लिए तीन महीने के भीतर टेंडर जारी होंगे. ऐसे में सीसीटीवी कैमरे बनाने वाली कंपनियों के पास भी बेहतर मौका होगा. इसके लिए एक साझा डेटा सेंटर भी स्थापित किया जाएगा, जिसमें इन कैमरों के फुटेज संभालकर रखे जाएंगे. रेल मंत्री ने बताया कि ट्रेन के इंजन और गार्ड कोच के अगले-पिछले हिस्सों और दोनों किनारों पर कैमरे लगाए जाएंगे. जानवरों से बचाव के लिए लगे कैटल गार्ड पर भी कैमरे लगाए जाएंगे.
सामने आ चुकी हैं ट्रेन को डिरेल करने की घटनाएं
बता दें कि बीते कुछ समय से लगातार ट्रेन को डिरेल करने की घटनाएं सामने आ रही हैं. पिछले महीने राजस्थान के पाली जिले में जोधपुर से गुजरात के साबरमती के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश की गई थी. इसके बाद कानपुर में अनवर-कासगंज रूट पर कालिंदी एक्सप्रेस को डिरेल करने की साजिश की गई. इसके लिए रेलवे ट्रैक पर एक सिलेंडर रखा गया था. ट्रेन जब सिलेंडर से टकराई तो गनीमत रही कि सिलेंडर फटा नहीं और ट्रेन से टकराकर ट्रैक के किनारे गिर गया और बड़ा हादसा होते होते टल गया. कालिंदी एक्सप्रेस की कोशिश नाकाम होने के बाद अजमेर के फुलेरा से अहमदाबाद रेल मार्ग पर ट्रेन को डिरेल करने की साजिश की गई. सीमेंट के एक क्विंटल वजनी ब्लॉक रेलवे ट्रैक पर रखा मिला. ट्रेन का इंजन सीमेंट ब्लॉक तोड़ते हुए निकला. इस बीच रेल का बड़ा हादसा होने से टल गया.