Train Speed: सेंट्रल रेल अपने यात्रियों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के अपने प्रयासों में लगातार लगा हुआ है. ट्रेनों की गति बढ़ाने के लिए विभिन्न खंडों पर बुनियादी ढांचे का काम किया जा रहा है. इनमें मल्टीट्रैकिंग (एक सेक्शन में कई ट्रैक बिछाना), ओवर हेड इक्विपमेंट रेगुलेशन, सिग्नलिंग कार्य और अन्य तकनीकी कार्य शामिल हैं. चलती ट्रेनों की सुरक्षा और यात्रियों के लिए बेहतर सवारी सुविधा सुनिश्चित करने के लिए, पटरियों को सर्वोत्तम मानकों पर बनाए रखा जा रहा है और पुरानी पटरियों को बदलने का काम भी किया जा रहा है. 

130 किमी की स्पीड से भागेगी ट्रेन

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सेंट्रल रेल ट्रैक रखरखाव और ट्रैक नवीनीकरण के आनुपातिक लक्ष्यों से काफी आगे है और 2023-24 के लिए सभी लक्ष्यों को पार करने की योजना बना रहा है. इन कार्यों ने मध्य रेल को इन खंडों पर 130 किमी प्रति घंटे की गति से ट्रेनें चलाने में सक्षम बनाया है.

इसके अलावा 17 किमी के पुंतंबा-शिर्डी खंड पर गति 75 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 110 किमी प्रति घंटे और 9 किमी के बडनेरा-अमरावती खंड पर 65 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 90 किमी प्रति घंटे हो गई है.

इनके अलावा, निम्नलिखित खंडों में ट्रेनों की गति बढ़ाने की योजना है:

  • 42 किमी का बडनेरा-चंदूर बाजार खंड 100 किमी प्रति घंटे से 110 किमी प्रति घंटे तक
  • 79 किलोमीटर का माजरी-वानी-पिंपलखुटी खंड और 29 किलोमीटर का परासिया-आईछिंदवाड़ा खंड 50 किमी प्रति घंटे से 110 किमी प्रति घंटे तक
  • 60 किमी प्रति घंटे से 90 किमी प्रति घंटे तक 12 किमी का जलांब-खामगांव खंड.

मुंबई उपनगरीय खंड में ट्रेनों की गति बढ़ाने की योजना इस प्रकार है:

  • 33 किमी का तिलक नगर-पनवेल खंड, 18 किमी का ठाणे-वाशी खंड और 9 किमी का नेरुल-खारकोपर खंड 80 किमी प्रति घंटे से 105 किमी प्रति घंटे तक.
  • 60 किमी प्रति घंटे से 90 किमी प्रति घंटे तक 15 किलोमीटर का कर्जत-खोपोली खंड
  • ट्रैक डाइगनल में सुधार करके स्थायी गति प्रतिबंध (पीएसआर) हटाने से मध्य रेल पर ट्रेनों की गति में वृद्धि में भी मदद मिली है. दिनांक 30.11.2023 तक कुल 9 पीएसआर हटा दिए गए हैं, और अधिक हटाने का कार्य प्रगति पर है.
  • संबंधित अधिकारियों द्वारा सभी सुरक्षा पहलुओं और तकनीकी निरीक्षण को सुनिश्चित करने के बाद इन ट्रेनों की गति बढ़ा दी गई है. इससे ट्रेनों के चलने के समय में कमी आएगी और ट्रेनों की आवाजाही की समग्र समयपालनता में सुधार होगा.