Indian Railway new Linen: अगर आपने भारतीय रेलवे से सफर किया है, तो ट्रेनों में मिलने वाले सफेद तकिये-चादर से जरूर परिचित होंगे. ट्रेनों में मिलने वाले कंबल और चादरों की सफाई को लेकर पैसेंजर्स अक्सर शिकायत करते हुए पाए जाते हैं. वहीं, इसकी क्वालिटी को लेकर भी कई सारे कंसर्न समय-समय पर आता रहता है. हालांकि, बहुत जल्द पैसेंजर्स को इन सभी शिकायतों से छुटकारा मिलने वाला है. पैसेंजर्स के लिए ट्रेन का सफर सुविधाजनक बनाने के लिए लिनेन, बेड रोल की क्वालिटी को सुधारने के लिए आज एक हाई लेवल मीटिंग की गई है. 

बेहतर होगा ट्रैवल एक्सपीरिएंस

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ट्रेन में मिलने वाले लिनेन/बेड रोल की क्वालिटी सुधारने को लेकर टेक्सटाइल मंत्रालय ने आज सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ एक बैठक की है. बैठक में टेक्सटाइल कमिटी, हैंडलूम कमिश्नर, रेलवे, खादी और BIS के साथ वेंडर्स भी शामिल रहे थे. 

बढ़िया होगी बेडरोल की क्वालिटी

ट्रेन में मिलने वाले सफेद बेडरोल अक्सर कुछ ही धुलाई के बाद बदरंग हो जाते हैं और हर धुलाई के बाद उनका रंग उतरता जाता है. मिनिस्ट्री का मानना है कि चादर, टॉवर और कंबल की उम्र को 9 महीने से लेकर 1 साल तक बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है, ताकि रेलवे का खर्च कम हो सके.

इस पर भी होगा काम

मिनिस्ट्री ने कहा कि कंबल में बहुत ज्यादा लिंट होने से पैसेंजर्स को कई तरह की परेशानी और एलर्जी होती है. ऐसा कहा गया कि इन प्रोडक्ट्स में BIS के स्टैंडर्ड को फॉलो नहीं किया जा रहा है. ऐसे में इनकी क्वालिटी को सुधारने की दिशा में काम किया जा रहा है ताकि 100 धुलाई तक भी फ्रैबिक खराब न हों.