RAPIDX: देश की पहली सेमी हाई स्पीड रीजनल रेल को मिल गया इसका नाम, दिल्ली-मेरठ के बीच 180 किमी की स्पीड से भरेगी रफ्तार
RAPIDX: भारत की पहली 'सेमी हाई स्पीड रीजनल' रेल सेवा को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) ने 'RAPIDX' नाम दिया गया है.
RAPIDX: भारत की पहली 'सेमी हाई स्पीड रीजनल' रेल सेवा को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) ने 'RAPIDX' नाम दिया गया है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि ये ट्रेन 'रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम' (RRTC) गलियारे पर चलेंगी, जिसे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में प्रमुख शहरी क्षेत्रों को जोड़ने के लिए कार्यान्वित किया जा रहा है. इस सेवा को रैपिडएक्स. का नाम दिया गया है क्योंकि यह पढ़ने में सरल और विभिन्न भाषाओं में उच्चारण करने में आसान है.
नेक्स्ट जेन को रिप्रेजेंट करता है नाम
एनसीआरटीसी के अधिकारियों ने कहा, "गति और प्रगति को दर्शाने के अलावा, नाम में X शब्द अगली पीढ़ी की तकनीक को दर्शाता है. यह युवाओं, आशावाद और ऊर्जा का भी प्रतिनिधित्व करता है."
इस साल खुल सकता है पहला कॉरिडोर
गौरतलब है कि दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ RRTC कॉरिडोर पर रैपिडएक्स सेवा के जरिये दिल्ली से मेरठ के बीच यात्रा के समय में काफी कमी आएगी. इस गलियारे पर 17 किलोमीटर लंबे साहिबाबाद-दुहाई खंड पर 2023 में ट्रेन संचालन की उम्मीद है, जबकि एनसीआरटीसी का पूरे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कारिडोर को लोगों के लिए वर्ष 2025 तक खोलने का लक्ष्य है.
180 किमी की है स्पीड
रैपिड रेल के स्टेशनों पर एलीवेटर और ऑटोमैटिक डोर के साधन हैं. रैपिड रेल के रेलवे सिग्नल का अभी टेस्ट चल रहा है. रैपिड रेल (Rapid Rail)180 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ सकती है. अभी अधिकतम 160 किलोमीट प्रति घंटे की रफ्तार पर इसका संचालन हुआ है. नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन ने रैपिड रेल स्टेशनों को मेट्रो स्टेशन, रेलवे टर्मिनल और बस डिपो से भी जोड़ा है. दिल्ली मेरठ फास्ट रेल सर्विस का पहला चरण अब पूरी तरह तैयार है.
तीन फेज में पूरा होगा काम
रैपिड रेल का काम तीन चरणों में पूरा किया जाना है. पहला चरण दुहाई रैपिड रेल डिपो से गाजियाबाद तक, दूसरा गाजियाबाद से मेरठ और तीसरे चरण में मेरठ से दिल्ली के सराय काले खां तक इसका पूरी तरह से 2025 से इसका परिचालन होने लगेगा. ये पूरे दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) के लिए बड़ा वरदान साबित होगी. इससे मेरठ तक रहने वाले लोगों को घर बार छोड़कर दिल्ली या नोएडा में कामकाज के लिए रहने की मजबूरी नहीं होगी. यह बस और भारतीय रेलवे के बोझ को भी काफी हद तक कम करेगी. इससे डीएमआरसी (DMRC) और नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन (NMRC) के मेट्रो नेटवर्क से भी जोड़ा जाएगा.
Rapid Rail में मिलेंगी ये सुविधाएं
खास बात ये है कि रेल कोच के आखिरी डिब्बे में स्ट्रेचर का इंतजाम किया गया है. अगर किसी मरीज को मेरठ से दिल्ली रेफर किया जाता है तो इसके लिए एक अलग कोच की व्यवस्था है, ताकि कम कीमत में मरीज को पहुंचाया जा सके. इसके साथ महिलाओं के लिए अलग कोच की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा दिव्यांगों के लिए अलग सीट्स तैयार की गई है, जिन्हें इस्तेमाल न होने की सूरत में मोड़ा जा सकेगा.
हालांकि ट्रेन यात्रा का समय केवल 55 मिनट का होगा, लेकिन सीटें बेहद आरामदायक बनाई गई हैं. ट्रेन में एडजेस्टेबल चेयर है इसके साथ ही खड़े होने वाले यात्रियों के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं. ट्रेन में वाईफाई की सुविधा, मोबाइल-यूएसबी चार्जर, बड़ी-बड़ी खिड़कियां, इंटेग्रेटेड एसी सिस्टम, ऑटोमेटिक डोर कंट्रोल सिस्टम, समान रखने की जगह, ड्राइवर से बातचीत के लिए सिस्टम, डायनेमिक रूट मैप, इन्फोटेंटमेंट सिस्टम जैसी तमाम सुविधाएं यात्रियों को रैपिड रेल के कोच में देखने को मिलेंगी सीसीटीवी, ऑटोमेटिंग दरवाजे जैसे तमाम हाईटेक फीचर्स रैपिड रेल में मौजूद है.
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