फ्लाइट की स्पीड से 'जमीन पर उड़ती' हैं ये ट्रेनें, भारत में चला दी जाएं तो दो घंटे में आप पहुंच जाएंगे दिल्ली से पटना
भारत में बुलेट ट्रेन को लेकर काम काफी तेजी से चल रहा है, लेकिन ये बुलेट ट्रेन अधिकतम 320 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी. लेकिन अगर दुनिया की बुलेट ट्रेनों की बात की जाए तो इनकी स्पीड इतनी तेज है कि आपको लगेगा ये चलती नहीं, 'जमीन पर उड़ती' हैं.
भारत में बुलेट ट्रेन चलाने को लेकर काम चल रहा है. 2026 तक इसके शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है. बुलेट ट्रेन को लेकर अहमदाबाद से मुंबई तक हाई स्पीड रेल कॉरिडोर बनाया जा रहा है. लेकिन इस पर बुलेट ट्रेन अधिकतम 320 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी और करीब 2 घंटे में आप अहमदाबाद से मुंबई पहुंच जाएंगे. लेकिन अगर आपसे दुनिया की सबसे तेज दौड़ने वाली बुलेट ट्रेनों की बात करें तो वो इतनी तेज दौड़ती हैं कि अगर भारत में चला दी जाए तो आप दो घंटे में दिल्ली से पटना पहुंच जाएंगे.
इन ट्रेनों की अधिकतम गति 430 किमी से 600 किमी प्रति घंटा तक है. अगर कहा जाए कि ये ट्रेनें फ्लाइट की स्पीड से 'जमीन' पर उड़ती हैं तो गलत नहीं होगा. अगर दिल्ली और पटना की दूरी की बात की जाए तो ये 1,054.6 किमी है, जिसे भारत में ट्रेन से तय करने में आमतौर पर करीब 12 से 14 घंटे का समय लगता है. लेकिन अगर इस तरह की बुलेट ट्रेनें अगर भारत में चला दी जां तो आप सिर्फ दो घंटे में दिल्ली से पटना पहुंच जाएंगे. आइए आपको बताते हैं दुनिया की सबसे तेज गति से दौड़ने वाली ट्रेनों के बारे में.
चीन की नई मैग्लेव
सबसे पहले बात करते हैं चीन की नई मैग्लेव ट्रेन की. ये दुनिया की सबसे तेज चलने वाली बुलेट ट्रेन मानी जाती है. इसकी अधिकतम स्पीड 600 किमी. प्रति घंटा है. चीन ने कुछ समय पहले ही जर्मनी में एक रेलवे इंडस्ट्री ट्रेड फेयर के दौरान इस हाई स्पीड ट्रेन को पेश किया था. रिपोर्ट्स के अनुसार इस बुलेट ट्रेन का चीन (Bullet Train of China) में ट्राॅयल किया जा चुका है.
फ्रांस की यूरोडुप्लेक्स टीजीवी
चीन की नई मैग्लेव ट्रेन से पहले सबसे तेज स्पीड से दौड़ने वाली ट्रेन फ्रांस की यूरोडुप्लेक्स टीजीवी (Euroduplex TGV) थी. यूरोडुप्लेक्स टीजीवी की अधिकतम गति 574.8 किलोमीटर प्रति घंटा है. यूरोडुप्लेक्स टीजीवी साल 2011 में पहली बार रेल सेवा में आई थी. इससे पहले ये ट्रेन काॅमर्शियल कामों के लिए इस्तेमाल की जाती थी. यूरोडुप्लेक्स टीजीवी को स्टील व्हील्स वाली दुनिया की सबसे तेज वाणिज्यिक ट्रेन का खिताब मिल चुका है. ये दुनिया की पहली डबल डेकर हाई-स्पीड ट्रेन भी है. इस ट्रेन में 1020 यात्री यात्रा कर सकते हैं.
एजीवी इटालो भी बना चुकी है रिकॉर्ड
इसके अलावा यूरोप की सबसे मॉडर्न ट्रेन कहलाने वाली एजीवी इटालो भी फ्रांस की यूरोडुप्लेक्स टीजीवी के बराबर यानी 574.8 किलोमीटर प्रति घंटा का रिकॉर्ड बना चुकी है. हालांकि इसकी औसत गति 360 किलोमीटर प्रति घंटा है. इस समय ये ट्रेन इटली के नापोली-रोमा-फिरेंज़े-बोलोग्ना.मिलानो कॉरिडोर पर चल रही है.
शंघाई मैग्लेव की स्पीड 430 किमी प्रति घंटा
वहीं शंघाई मैग्लेव चीन की दूसरी सबसे तेज चलने वाली बुलेट ट्रेन मानी जाती है. इसकी अधिकतम सीमा 430 किमी प्रति घंटा है और औसतन स्पीड 251 किमी प्रति घंटा है. 2004 में इसे पहली बार चीन में चलाया गया था, तब इसने कॉमर्शियल ऑपरेशन शुरू किया था. ये ट्रेन मैग्नेटिक लेविटेशन सिद्दांत पर काम करती है.
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