Cyclone Remal: चक्रवात रेमल का खौफ,रेलवे ने जंजीर और ताले से बांधी ट्रेन, 135 किमी प्रति घंटे से चल रही हैं हवाएं
Remal Cyclone Railways:चक्रवाती तूफान 'रेमल' के पश्चिम बंगाल और पड़ोसी बांग्लादेश तट से टकराने के बाद कोलकाता के कई हिस्सों में इसका असर दिखाई दे रहा है. वहीं, रेलवे ने इस तूफान से निपटने के लिए ट्रेन को जंजीर और ताले के जरिए रेलवे ट्रैक से बांध दिया है.
Remal Cyclone Railways: चक्रवाती तूफान 'रेमल' के पश्चिम बंगाल और पड़ोसी बांग्लादेश तट से टकराने के बाद कोलकाता के कई हिस्सों में इसका असर दिखाई दे रहा है. रेमल के लिए भारतीय रेलवे ने भी पहले से ही तैयारी की थी. पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता समेत कई रूट्स पर ट्रेनों को या तो कैंसिल कर दिया है या फिर रूट्स को डायवर्ट किया गया है. अब एक वीडियो सामने आई है जिसमें रेलवे के अधिकारी ट्रेन के पहियों को जंजीर से बांधकर ताला लगा रहे हैं.
Remal Cyclone Railways: रेलवे ट्रैक से बांध दी ट्रेन, 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही है हवाएं
तेज हवाओं के कारण ट्रेनों को फिसलने से बचाने के लिए शालीमार रेलवे स्टेशन पर एहतियात के तौर पर, ट्रेनों को जंजीरों और तालों की मदद से रेलवे ट्रैक से बांध दिया गया है. बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटों पर चक्रवाती तूफान 'रेमल' के पहुंचने के एक दिन बाद बंगाल के तटीय इलाकों में सोमवार को भारी तबाही का मंजर दिखा. तूफान के कारण बीती रात 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली थीं. पश्चिम बंगाल के अलावा त्रिपुरा के दो जिलों सिपाहीजला और गुमती में 'रेड अलर्ट' जारी किया गया है.
Remal Cyclone Railways: रेमल चक्रवात के कारण इन ट्रेन सेवाओं को किया गया है रद्द
दक्षिण पूर्व रेलवे के मुताबिक 27 मई 2024 को ट्रेन संख्या 38905 हावड़ा-अमता लोकल, ट्रेन संख्या 38908 हावड़ा-अमता लोकल, 38907 अमता-हावड़ा लोकल और 38906 हावड़ा-अमता लोकल रद्द कर दी गई है. इसके अलावा 27 मई को ट्रेन संख्या 12857 हावड़ा-दीघा ताम्रलिप्ता एक्सप्रेस, मच्छेड़ा-दिग्घा EMU स्पेशल ट्रेन (08135), दीग्घा-हावड़ा ताम्रलिप्त (12858) और दीग्घा-मच्छेड़ा EMU स्पेशल ट्रेन (08140) स्पेशल ट्रेन कैंसिल रहेगी. दीग्घा-पानस्कूरा (08138) मेमू स्पेशल ट्रेन भी 27 मई को कैंसिल होगी.
Remal Cyclone Railways: पीएम मोदी ने ली समीक्षा बैठक, NDRF की टीम तैनात
पीएम नरेंद्र मोदी ने चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ से निपटने को लेकर की गई तैयारियों की समीक्षा के लिए रविवार को एक बैठक की अध्यक्षता की. उन्होंने गृह मंत्रालय से स्थिति की निगरानी करने और चक्रवात के आने के बाद समीक्षा करने तथा सेवाओं की बहाली के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए कहा है. प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि पश्चिम बंगाल में पहले से ही तैनात एनडीआरएफ की 12 टीम और ओडिशा में एक टीम के अलावा, कुछ और टीम को पूरी तरह तैयार रखा जाए जो एक घंटे के भीतर आगे बढ़ सकें.