Nursing Pods for Breast Feeding in Railway Stations: रेलवे में सफर करने के दौरान यात्री कई बार परेशानी का सामना करना पड़ता है. इनमें से एक समस्या नवजात शिशु के साथ सफर करना भी है. लेकिन, अब दूध पीते बच्चे के साथ सफर करना आसान हो जाएगा. सेंट्रल रेलवे द्वारा मुंबई डिविजन के सात स्टेशनों पर 13 स्टेट ऑफ द आर्ट नर्सिंग पॉड्स की स्थापना की जाएगी.  इसमें महिलाएं अपने बच्चों को ब्रेस्टफीडिंग करा सकेंगी. पॉड्स फीडिंग और रेस्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए राष्ट्रीय पॉलिसी के तहत स्थापित किए जाएंगे. 

इन स्टेशनों में इतने ब्रेस्टफीडिंग सेंटर

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सेंट्रल रेलवे ने एक प्रेस रिलीज जारी कर इसकी पुष्टी की है.  नर्सिंग पॉड्स में बैठने के अलावा डायपर चेंज करने के लिए भी सुविधा दी जाएगी.  रिलीज के मुताबिक नर्सिंग पॉड्स छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी), लोकमान्य तिलक टर्मिनस (एलटीटी), दादर, ठाणे, कल्याण, पनवेल और लोनावला स्टेशन पर ये नर्सिंग पॉड्स की स्थापना की जाएगी. सीएसएमटी, कल्याण और पनवेल में एक और ठाणे और लोनावला स्टेशन दो नर्सिंग पॉड्स होंगे. दादर, लोकमान्य तिलक टर्मिनस में तीन नर्सिंग पॉड्स होंगे. 

ब्रेस्ट फीडिंग में मिलेगी ये सुविधाएं

नर्सिंग पॉड्स में कुशन वाली सीट्स, डेडिकेटेड डाइपर चेजिंग स्टेशन, वेंटिलेशन के लिए पंखा, लाइट, डस्टबिन और इस्तेमाल किए गए डायपर को फेंकने के लिए एक साफ-सुथरा डस्टबिन रखा जाएगा. सेंट्रल रेलवे के मुताबिक नर्सिंग पॉड्स के रखखाव की जिम्मेदारी एक लाइसेंस सर्विस प्रदत्ता कंपनी की होगी. इसके साथ ही पॉड्स में डिस्पले वॉल भी होगी, जिसमें एडवर्टाइजमेंट्स भी लगाए जाएंगे. इससे कमाई भी होगी. सेंट्रल रेलवे ने कहा कि हर नर्सिंग पॉड में ऐसी सुविधाएं होंगी जिससे मां और बच्चे दोनों को लाभ होगा.    

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें

प्रेस रिलीज के मुताबिक रोजाना मुंई डिविजन में लगभग 35 लाख यात्री सफर करते हैं. इनमें से 20 फीसदी महिलाएं हैं. ऐसे में ब्रेस्टफीडिंग की सुविधा नहीं होने से महिलाओं के लिए सफर और भी बदतर हो जाता है.