मुंबई लोकल में पीक आवर्स की भीड़ से मिलेगी राहत, सेंट्रल रेलवे ने कर्मचारियों के लिए पेश की नई फ्लेक्सी स्कीम
Central Railway Flexible Working Hours System: अपने कर्मचारियों को मुंबई लोकल की भीड़ में फंसने से बचाने के लिए सेंट्रल रेलवे ने नया फ्लेक्सी शेड्यूल लॉन्च किया है.
Central Railway Flexible Working Hours System: अगर आप भी मुंबई में काम करते हैं, तो आपको पता होगा कि सुबह 8 बजे से लेकर 11 बजे तक और शाम 5 बजे से लेकर शाम 8-9 बजे तक मुंबई लोकल से सफर करना कितना मुश्किल है. इसे मुंबई लोकल का पीक आवर्स कहा जाता है. ऐसे में सेंट्रल रेलवे (Central Railway) ने अपने कर्मचारियों को पीक आवर्स की भीड़ से बचाने के लिए एक नए फ्लेक्सिबल वर्किंग आवर्स (Flexible Working Hours) को पेश किया है. इसकी सहायता से रेलवे के कर्मचारियों की वर्किंग शिफ्ट ऐसी होगी कि उन्हें लोकल में धक्के नहीं खाने होंगे.
क्या है फ्लेक्सिबल वर्किंग आवर्स सिस्टम?
सेंट्रल रेलवे ने नोटिफिकेशन जारी कर बताया कि अपने कर्मचारियों को पीक आवर्स में ट्रेन से सफर करने से बचाने के लिए मुंबई डिविजन के कर्मचारियों के लिए नया फ्लेक्सिबल वर्किंग ऑवर्स को पेश किया है. इसमें कर्मचारियों को दो वर्किंग स्लॉट ऑफर किए जाएंगे, जिससे वो मुंबई लोकर और ट्रेन में पीक आवर्स में सफर करने से बच जाएंगे.
सेंट्रल रेलवे लेकर आई दो नए वर्किंग शेड्यूल
सेंट्रल रेलवे ने बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT), मुंबई डिविजन, सेंट्रल रेलवे ने कर्मचारियों के लिए दो नए वर्किंग स्लॉट तय किए हैं.
- सुबह 9.30 बजे से लेकर शाम 17.45 बजे तक
- सुबह 11.30 बजे से लेकर शाम 19.45 बजे तक
1 नवंबर से लागू होगा नया सिस्टम
सेंट्रल रेलवे के कर्मचारी इन दो स्लॉट में से किसी एक स्लॉट को चुन सकते हैं. ये फ्लेक्सिबल वर्किंग शेड्यूल 1 नवंबर, 2023 से लागू हो रहा है. हालांकि, एक बार कोई एक स्लॉट लेने के बाद कर्मचारियों को पूरे महीने उसी स्लॉट में आना होगा. महीने के बीच में वर्किंग स्लॉट को बदलना मुमकिन नहीं होगा.