मोदी सरकार ने रेलवे के लिए खोला खजाना, 32,500 करोड़ के 7 प्रोजेक्ट्स को दी मंजूरी, इन 9 राज्यों को मिलेंगे बड़े सौगात
Cabinet Decisions on Railways: केंद्र सरकार ने रेलवे के लिए खजाना खोल दिया है. रेलवे की कुल 32,500 करोड़ रुपए की परियोजना को मंजूरी दे दी है. जानिए किन राज्यों क मिली बड़ी सौगात.
Cabinet Decisions on Railways: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की केंद्र सरकार ने बुधवार को भारतीय रेलवे के लिए खजाना खोल दिया है.आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने लगभग 32,500 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से भारतीय रेलवे की सात मल्टी-ट्रैकिंग परियोजनाओं को मंजूरी दी. इससे उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, ओडिशा और गुजरात जैसे राज्यों को कवर करने वाले मौजूदा नेटवर्क में 2,339 किलोमीटर की दूरी जुड़ जाएगी.
Cabinet Decisions on Railways: चौगुना और दोहरीकरण समेत होंगे कई अपग्रेडेशन
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि परियोजनाएं, जिसमें मौजूदा रेलवे लाइनों का चौगुना और दोहरीकरण सहित कई अपग्रेडेशन शामिल है, 120 मिलियन टन अतिरिक्त माल की आवाजाही के लिए क्षमता निर्माण की सुविधा प्रदान करेगी और प्रवासी श्रमिकों और छात्रों की यात्रा में भी मदद करेगी. परियोजनाओं को केंद्र सरकार से 100 प्रतिशत वित्त पोषण प्राप्त होगा और यह देश के प्रमुख औद्योगिक और वाणिज्यिक केंद्रों को जोड़ेगी.
Cabinet Decisions on Railways: इन राज्यों में ट्रेनों के दोहरीकरण को मंजूरी
रेल मंत्री ने कहा कि वे मौजूदा लाइन क्षमता को बढ़ाने, ट्रेन परिचालन को सुचारु बनाने, भीड़भाड़ को कम करने और यात्रा और परिवहन को आसान बनाने में मदद करेंगे. ये परियोजनाएं हैं : उत्तर प्रदेश में मौजूदा गोरखपुर छावनी (वाल्मीकि नगर सिंगल लाइन सेक्शन) का 89.264 किमी और बिहार (पश्चिम चंपारण) का 6.676 किमी का दोहरीकरण. आंध्र प्रदेश (गुंटूर) में मौजूदा गुंटूर-बीबीनगर सिंगल-लाइन खंड को 1 किमी और तेलंगाना (नलगोंडा, यदाद्री भुवनगिरि) को 139 किमी तक दोहरीकरण.
Cabinet Decisions on Railways: आंध्र प्रदेश, तेलंगाना में रेलवे का दोहरीकरण
आंध्र प्रदेश (गुंटूर) में मौजूदा गुंटूर-बीबीनगर सिंगल-लाइन खंड को 1 किमी और तेलंगाना (नलगोंडा, यदाद्री भुवनगिरि) को 139 किमी तक दोहरीकरण. उत्तर प्रदेश (मिर्जापुर, सोनभद्र) में मौजूदा चोपन-चुनार सिंगल-लाइन खंड का 101.58 किमी तक दोहरीकरण. महाराष्ट्र (नांदेड़) में मुदखेड-मेडचल और महबूबनगर-धोन खंड के बीच 49.15 किमी, तेलंगाना (निजामाबाद, कामारेड्डी, मेडक, वानापर्थी, जोगुलांबा, मेडचल-मलकजगिरी) के बीच 294.82 किमी और आंध्र प्रदेश (महबूबनगर, कुरनूल और धोने) के बीच 73.91 कि.मी तक दोहरीकरण.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
गुजरात (कच्छ) में सामाखियाली और गांधीधाम के बीच 53 किमी तक चौगुनी दूरी. तीसरी लाइन ओडिशा में नेरगुंडी-बारंग और खुदरा रोड-विजयनगरम (भद्रक, जयपुर, खोरधा, कटक और गंजम) के बीच 184 किमी और आंध्र प्रदेश (श्रीकाकुलम, विजयनगरम, विशाखापत्तनम) के बीच 201 किमी है. बिहार (गया, औरंगाबाद) में 132.57 किमी, झारखंड (धनबाद, गिरिडीह, हज़ारीबाग़, कोडरमा) में 201.608 किमी और पश्चिम बंगाल (पश्चिम बर्धमान) में 40.35 किमी के लिए सोन नगर-अंडाल मल्टी-ट्रैकिंग परियोजना.