Ayodhya Railway Station: अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के साथ ही यहां पर्यटन का तेजी से विकास हो रहा है. अभी मंदिर निर्माण पूरा होने में टाइम है, लेकिन अभी से यहां टूरिस्ट्स और तीर्थयात्रियों की भीड़ उमड़ रही है. आगे शहर के लिए स्थिति और जटिल हो सकती है, लेकिन एक सरकारी रेलवे कंपनी RITES (Rail India Technical and Economic Service) इस दिशा में पहले ही काम कर रही है. कंपनी अयोध्या के लिए Pilgrims Management पर काम करना चाहती है. कंपनी के CMD राहुल मित्तल ने बताया कि अयोध्या अथॉरिटी से Pilgrims Management के लिए बातचीत हो रही है और जल्द ही MoU (Memorandum of Understanding) पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है. उन्होंने बताया कि उन्हें राम मंदिर के साथ शहर में भीड़ नियंत्रण, एंट्री, एक्जिट, अन्य सुविधाओं के लिए रिपोर्ट देने का ऑर्डर मिलेगा. इसके साथ ही इंडियन रेलवे की सब्सिडियरी कंपनी वाराणसी और अयोध्या रेलवे स्टेशन रीडेवलपमेंट (Ayodhya Railway Station Redeveloment) का काम भी कर रही है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मित्तल ने बताया कि वाराणसी स्टेशन के लिए 120 करोड़ और अयोध्या के लिए 200 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है. इसके साथ ही कोल्लम स्टेशन के रिडेवलपमेंट का काम मिला है. इस साल कुछ तस्वीरें भी आई थीं, जिसमें दिखाया गया था कि अयोध्या जंक्शन रीडेवलपमेंट के बाद कैसा दिखेगा.

ज्यादा डिविडेंड ला सकती है कंपनी

कंपनी के आउटलुक की जानकारी देते हुए मित्तल ने बताया कि कंपी का EBIDTA बढ़िया है. अभी तक 8.5 रुपये का डिविडेंड दिया है. हो सकता है अगले साल पिछले साल की तुलना में ज्यादा डिविडेंड हो. प्रॉफिट को डबल डिजिट में बनाए रखने का प्रयास हो रहा है. ऑर्डर बुक और कंसल्टेंसी मिक्स से प्रॉफिट मार्जिन 25-26% के बीच बना हुआ है.

Turn Key प्रोजेक्ट पर फोकस कम है क्योंकि मार्जिन छोटा होता है. कंपनी की टॉप लाइन में कंसल्टेंसी का हिस्सा 50% है. 30 सितंबर तक 700 ऑर्डर के साथ 50,000 करोड़ की ऑर्डर बुक है. इसमें 2400 करोड़ के ऑर्डर कंसल्टेंसी के और 2000 करोड़ के Turn Key और 300 करोड़ एक्सपोर्ट सम्बन्धी हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही Sustainable सेक्टर से नए ऑर्डर मिलेंगे, इसके लिए बातचीत लगभग फाइनल हो चुकी है.

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें