वंदे भारत एक्सप्रेस ने हासिल की बड़ी उपलब्धि, लोको पायलट हुए सम्मानित
इंजन रहित देश की पहली सेमी हाई स्पीड रेलगाड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस (Train 18) ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है. यह रेलगाड़ी अब गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से इलाहाबाद के बीच औसतन 104 किलोमीटर प्रति घंटा तक की गति से चलती है.
इंजन रहित देश की पहली सेमी हाई स्पीड रेलगाड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस (Train 18) ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है. यह रेलगाड़ी अब गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से इलाहाबाद के बीच औसतन 104 किलोमीटर प्रति घंटा तक की गति से चलती है. यह देश में चलने वाली ट्रेनों की सबसे अधिक औसत स्पीड है.
1.35 लाख किलोमीटर की यात्रा हुई पूरी
गाड़ी को इस गति पर चलाने के लिए रेलवे ट्रैक में भी काफी सुधार किए गए हैं. रेलवे की ओर से देश की इस सबसे आधुनिक ट्रेन को इस गति पर चलाने के लिए ट्रेन के लोको पायलट को सम्मानित भी किया गया. यह ट्रेन अब तक कुल 1.35 लाख किलोमीटर तक की यात्रा पूरी कर चुकी है.
15 फरवरी को शुरु हुआ था इस ट्रेन का परिचालन
वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन 15 फरवरी 2019 को शुरू हुआ था. यह रेलगाड़ी रेलवे के तीन जोन उत्तर रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे व पूर्वोत्तर रेलवे से हो कर गुजरती है. NCR जोन में यह ट्रेन इलाहाबाद मंडल में छिपियाना बुजुर्ग से इलाहाबाद जंक्शन के बीच 600 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करती है.
जानिए क्या है इस ट्रेन का शिड्यूल
वंदे भारत एक्सप्रेस सप्ताह में 05 दिन चलाई जाती है. यह रेलगाड़ी सुबह 06 बजे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से चलती है. लगभग 02 बजे यह रेलगाड़ी वाराणसी पहुंचती है. 17 फरवरी से इस रेलगाड़ी की व्यावसायिक यात्रा शुरू की गई. तब से ही रेल यात्री इस रेलगाड़ी को काफी पसंद कर रहे हैं. रेल मंत्रालय भी लगातार इस रेलगाड़ी पर नजर रख रहा है.
ट्रेन में किए गए कई बदलाव
रेल यात्रियों के अनुभव के आधार पर इस रेलगाड़ी में कई बदलाव किए जा रहे हैं. ट्रेन के शौचालयों को और बेहतर बनाया गया है. ट्रेन में बेहतर कैटरिंग सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने के लिए इस ट्रेन में कैटरिंग की जगह को बढ़ाया जा रहा है. वहीं आए दिन होने वाली पत्थरबाजी की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए इस ट्रेने में ऐसे शीशे लगाए जा रहे हैं जिन पर पत्थर लगने पर वो टूटें नहीं.