Indian Railway terminates: सरकारी नौकरी पाने के बाद कई बार लोग काम करने से बचने की कोशिश करते हैं. बैंक, रेलवे या फिर किसी दूसरी सरकारी संस्थाओं में लोगों द्वारा अक्सर ऐसी शिकायतें मिलती रहती है कि कर्मचारियों द्वारा काम ठीक प्रकार से नहीं किया जा रहा है. ऐसे अधिकारियों को लेकर अब सरकार सख्त कदम उठा रही है, जिसकी शुरुआत रेलवे से कर दी गई है. 

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न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक रेलवे मंत्रालय (Railway Ministry) ने 19 अधिकारियों को जबरन वीआरएस (terminated) दे दिया है. रेलवे ने इस नियम को लागू किया कि किसी सरकारी कर्मी को न्यूनतम तीन महीने का नोटिस देकर या इस अवधि का वेतन देकर सेवानिवृत के लिए बाध्य किया जा सकता है. ऐसे उन अधिकारियों के खिलाफ किया जा रहा है जो कामचोरी कर लोगों की परेशानियों को बढ़ाने का काम करते हैं. 

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पिछले 11 महीने में 75 अन्य अधिकारियों को वीआरएस

पीटीआई को सूत्रों ने बताया कि 19 अधिकारियों के अलावा पिछले 11 महीने में 75 अन्य अधिकारियों को वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृति) लेने के लिए बाध्य किया गया जिनमें महाप्रबंधक एवं सचिव जैसे वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं. सूत्रों के अनुसार यह कदम ठीक से काम नहीं करने वालों से निजात पाने के केंद्र सरकार के प्रयासों के तहत उठाया गया है.

जानिए किन अधिकारियों को किया गया सेवानिवृत

उन्होंने बताया कि जिन 19 लोगों को सेवानिवृत किया गया है उनमें इलेक्ट्रिकल एवं सिग्नल सेवाओं के चार-चार अधिकारी, मेडिकल एवं सिविल से तीन-तीन अधिकारी, कार्मिक से दो, स्टोर, यातायात एवं मेकेनिकल से एक-एक अधिकारी शामिल हैं. ये सभी रेलवे के उपक्रमों जैसे पश्चिम रेलवे, मध्य रेलवे, पूर्व रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे, उत्तर रेलवे, सैंडकोच फैक्टरी कपूरथला, माडर्न कोच फैक्टरी, रायबरेली आदि से हैं.