आज के समय में हेल्थ इंश्योरेंस प्लान की अहमियत कई गुना बढ़ गई है. खासतौर पर कोरोना काल के बाद से लोगों में इंश्योरेंस को लेकर जागरूकता देखी गई है. अगर आप भी अब तक कंपनी के साथ काम कर रहे थे, और वहां आपको ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस कवर मिला था जिसके भरोसे आपने इंडिविजुअल हेल्थ कवर नहीं लिया. तो आपको कुछ खास बातों के बारे में पता होना जरूरी है. क्योंकि कंपनी छोड़ते ही या फिर रिटायर्ड होते ही आप उस कवर का हिस्सा नहीं रहते. ऐसे में आप के पास नौकरी न होने की कंडीशन में भी एक कवर होना चाहिए. आइये जानते हैं इंडिविजुअल कवर लेने से पहले किन बातों का ध्यान आप रख सकते हैं.

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1.    सही जानकारी दें 

ध्यान रखें कि हेल्थ इंश्योरेंस लेते समय आपको अपनी हेल्थ से जुड़ी सही जानकारी देना जरूरी होता है. अगर आप शराब या सिगरेट पीते हैं तो ये जानकारी साझा करें. ताकि आगे जाकर आपको क्लेम लेते समय परेशानी का सामना न करा पड़े.

2.    फौरन नहीं मिलता फायदा 

जब भी आप इंश्योरेंस कवर लेते हैं तो कुछ समय का लॉक इन पीरियड policy में होता है. इसलिए आपको कवर लेते ही फौरन फायदा नहीं मिल पता. इसलिए आपको इंडिविजुअल कवर पहले से लेकर रखना चाहिए.

3.    आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट को करें ऑप्ट 

अगर आप अंग्रेजी दवाओं की जगह आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट करना चाहते हैं तो आप policy लेते समय आयुष कवर ऑप्ट कर सकते हैं. कुछ बीमा कंपनियां इंश्योरेंस देते समय आयुष पद्धति को भी शामिल करती हैं. इसके लिए कुछ सब-लिमिट भी रखी जाती है. ऐसे में आप ऐसे प्लान को सेलेक्ट करें जिसमें आयुष ट्रीटमेंट के लिए ज्यादा लिमिट दी जा रही हो.

4.    ऐड ऑन चुनें 

Health Insurance policy लेते समय आपको कुछ ऐड ऑन राइडर्स भी दिए जाते हैं. जिन्हें आप एक्स्ट्रा प्रीमियम देकर खरीद सकते हैं. ऐसे ऐड ऑन का फायदा किसी गंभीर बीमारी के समय आप उठा पाएंगे. क्योंकि ये आपको एक एक्स्ट्रा प्रोटेक्शन लेयर देता है. कई policy में icu और रूम को लार कुछ नियम हो सकते है. ऐसे में ऐड ऑन राइडर में आप ये सुविधा ऐड कर सकते हैं.  इन राइडर्स में आपको कई एडिशनल बेनिफिट मिल जाते हैं.