भारत सरकार का श्रम और रोजगार मंत्रालय देश के संगठित क्षेत्रों में काम करने वाले कर्मचारियों को ESIC (कर्मचारी राज्य बीमा योजना) के तहत कई तरह के लाभ देता है. ESIC एक ऐसा सरकारी सिस्टम है, जिसे श्रमिक आबादी और उनके आश्रितों को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए तैयार किया गया है. ESIC के तहत लाभार्थी को संपूर्ण चिकित्सा देखभाल के अलावा मुश्किल समय में आर्थिक लाभ भी मिलते हैं. इसके अलावा जिन लाभार्थियों की औद्योगिक दुर्घटनाओं या व्यावसायिक खतरे के कारण मृत्यु हो जाती है, ऐसे लाभार्थी के आश्रितों को मासिक पेंशन की भी सुविधा दी जाती है.

ESIC के तहत बीमित व्यक्तियों को मिलने वाले लाभ

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ESIC के तहत बीमित कर्मचारियों और उनके आश्रितों को कंप्लीट मेडिकल केयर मिलती है. इसमें मेडिकल अटेंडेंस, ट्रीटमेंट, दवाइयां, इंजेक्शन, स्पेशलिस्ट कंसल्टेशन और हॉस्पिटलाइजेशन भी शामिल है. इतना ही नहीं, ESIC अपने बीमित सदस्यों को इम्यूनाइजेशन और फैमिली वेलफेयर सर्विसेज भी मुहैया कराता है. ESIC में बीमित व्यक्ति या उसके परिवार के सदस्य के इलाज पर खर्च की कोई सीमा नहीं है. इसके अलावा 120 रुपये के सालाना प्रीमियम के भुगतान पर रिटायर्ड और स्थायी रूप से विकलांग बीमित व्यक्तियों और उनके पति या पत्नी को मेडिकल केयर भी प्रदान किया जाता है.

किस तरह के कर्मचारी उठा सकते हैं ESIC के फायदे

बताते चलें कि ESIC के तहत केवल संगठित क्षेत्रों में काम करने वाले कर्मचारियों को ही जोड़ा जाता है, जिनकी मंथली सैलरी 21 हजार रुपये या इससे कम है. जिन लोगों की सैलरी 21 हजार रुपये से ज्यादा है, उन्हें ESIC के फायदे नहीं मिलते हैं. कर्मचारियों को बेहतर मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए श्रम और रोजगार मंत्रालय (Ministry of Labour and Employment) देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ESI के बड़े अस्पतालों के साथ-साथ बड़ी संख्या में डिस्पेंसरी भी चला रहा है. इसके अलावा, ESIC देश के श्रमिकों और उनके परिवार के सदस्यों को आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट भी दे रहा है.