रिटायरमेंट प्लानिंग (Retirement Planning) तो हर कोई करता है, लेकिन जो लोग स्मार्ट होते हैं वह ऐसा प्लान बनाते हैं कि आम आदमी का दिमाग ही घूम जाता है. जरा सोचकर देखिए कि आप 50 साल की उम्र में ही रिटायर हो जाएं और फिर भी हर महीने 1 लाख रुपये की पेंशन (Pension) मिले. इतना ही नहीं, हर महीने अकाउंट से पैसे निकालने के बावजूद आपका कॉर्पस कम होने के बजाय बढ़ता ही चला जाएगा. अब ये सुनकर आपको जरूर ये अमीरों की स्कीम लग रही होगी. बेशक अमीर लोग ये फॉर्मूला अपनाते हैं, लेकिन आप इसका फायदा हर महीने सिर्फ 15 हजार रुपये निवेश कर के उठा सकते हैं.

सिस्टेमैटिक विद्ड्रॉल प्लान से होगा ये मुमकिन

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सिस्टैमैटिक विद्ड्रॉल प्लान (SWP) एक ऐसी सुविधा है, जिसके जरिए आप अपने म्यूचुअल फंड निवेश से नियमित रूप से पैसा निकाल सकते हैं. SWP आपको नियमित रूप से इनकम देता है, यानी पैसे देता है. अगर आप थोड़ा प्लानिंग के साथ म्यूचुअल फंड में निवेश करें तो वक्त से जल्दी रिटायर हो सकते हैं और उसके बाद मोटी पेंशन हासिल करते हुए पूरी जिंदगी आराम से गुजार सकते हैं.

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समझिए इसका पूरा गणित

मान लेते हैं कि आप 25 साल की उम्र से हर महीने 15 हजार रुपये म्यूचुअल फंड में लगाना शुरू करते हैं. म्यूचुअल फंड में औसतन 12-13 फीसदी का रिटर्न मिल ही जाता है, लेकिन हम मानते हैं हमें औसतन सिर्फ 10 फीसदी का रिटर्न तो जरूर मिलेगा. इस तरह 25 साल में आप कुल 45 लाख रुपये निवेश करेंगे, जिस पर आपको 1.55 लाख रुपये का ब्याज मिलेगा. इस तरह आपके पास करीब 2 करोड़ रुपये का कॉर्पस 50 साल की उम्र में ही जमा हो जाएगा.

अगर आप इन पैसों को 60 साल की उम्र तक ना निकालें और हर महीने 15 हजार रुपये का निवेश जारी रखें तो 60 साल तक यानी अगले 10 सालों में ही यह कॉर्पस करीब तीन गुना होते हुए 5.74 करोड़ रुपये बन जाएगा. वहीं अगर आप चाहे तो 50 साल की उम्र में ही रिटायर हो सकते हैं और हर महीने 1 लाख रुपये की पेंशन लेना शुरू कर सकते हैं. अब आपको लगेगा कि ऐसे तो अकाउंट में पैसे कम होने लगेंगे, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है. असल में आपके पैसे कम होने के बजाय इस दौरान भी बढ़ते ही जाएंगे.

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अगर आप 50 साल की उम्र से हर महीने 1 लाख रुपये निकालते हैं तो अगले 20 सालों में यानी 60 साल की उम्र तक आप करीब 2.40 करोड़ रुपये निकालेंगे. आपको अपने निवेश पर करीब 7.4 करोड़ रुपये का ब्याज मिलेगा. अब जब आप 20 साल बाद अपने खाते को चेक करेंगे, तो आपको पता चलेगा कि उसमें के पैसे कम होने के बजाय बढ़ गए हैं और करीब 7 करोड़ रुपये हो गए हैं.

महंगाई को भी करें एडजस्ट

अभी जो कैलकुलेशन आपने समझी, वह सामान्य स्थिति में है. हालांकि, हर साल महंगाई भी बढ़ती है. मान लेते हैं कि सालाना महंगाई 5 फीसदी की दर से बढ़ती चली जाएगी. ऐसे में अगर आप हर महीने 1 लाख की पेंशन लेते हैं, तो आप 20 साल में करीब 4.12 करोड़ रुपये निकाल लेंगे. वहीं आपके निवेश पर आपको कुल ब्याज करीब 5.60 करोड़ रुपये मिलेगा. 20 साल बाद जब आप अपना बैलेंस देखेंगे, तो उस वक्त भी आपके खाते में करीब 3.5 करोड़ रुपये बचे रहेंगे.

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पैसे निकालने के बावजूद कैसे बढ़ेंगे?

अधिकतर लोग इस बात लेकर कनफ्यूज होते हैं कि आखिर अकाउंट से पैसे निकालने के बावजूद वह कम होने के बजाय बढ़ते ही क्यों जाते हैं. दरअसल, आप जो पैसे निकाल रहे हैं, वह आपके कुल कॉर्पस पर मिलने वाले ब्याज का लगभग आधा है. यानी आधा ब्याज अभी भी आपके कॉर्पस में जुड़ता जा रहा है और आने वाले सालों में उस पर भी ब्याज यानी रिटर्न मिल रहा है. यही वजह है कि आपका पैसा घटने के बजाय बढ़ता ही चला जाता है. 

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स्टेप अप एसआईपी से होगा ज्यादा फायदा

अब अगर आप थोड़ा ज्यादा स्मार्ट हैं तो सामान्य एसआईपी की जगह स्टेप अप एसआईपी करें. इसके तहत आप हर साल अपने निवेश को 10 फीसदी से बढ़ाते जाएं. ऐसे में पहले हर महीने 15 हजार रुपये निवेश कर के आप 25 साल में जहां 2 करोड़ का कॉर्पस बना पा रहे थे, वहीं अब आपके पास 50 साल की उम्र तक करीब 5 करोड़ रुपये का कॉर्पस बन जाएगा. ऐसे में आप चाहे तो अपनी पेंशन बढ़ा सकते हैं या फिर उसे भी हर महीने थोड़ा-थोड़ा बढ़ा सकते हैं.