ये बात सही है कि पैसे से समय नहीं खरीदा जा सकता, लेकिन समय पैसे को कई गुना बढ़ा सकता है. अगर नियमित रूप से लंबे समय तक निवेश किया जाए तो ऐसा संभव है. सिस्टमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए ऐसा किया जा सकता है. इसके लिए आप जितनी जल्दी SIP शुरू कर दें, उतना अच्छा. पावर ऑफ कंपाउंडिंग या चक्रवृद्धि की शक्ति तब काम करती है, जब आप अपने SIP को बढ़ने का समय दें.

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कंपाउंडिंग की ताकत इतनी है कि आपने जिनता पैसा निवेश किया है, उससे ज्याद पैसा एक छोटे से समय में रिटर्न के रूप में बढ़ जाता है. कोटक महिंद्रा बैंक के न्यूज लेटर में इसे एक उदाहरण के जरिए समझाया गया है. राम और श्याम दो दोस्त हैं, जिन्होंने बराबर धनराशि निवेश की और दोनों को 12% प्रतिवर्ष का रिटर्न मिल रहा है. राम ने 25 साल की उम्र में हर महीने 5000 रुपये निवेश किया और 20 साल में उसका कुल निवेश हुआ 12 लाख रुपया. दूसरी ओर श्याम ने 10 साल बाद 35 साल की उम्र में 10000 रुपये महीने निवेश किए और 10 साल में उसका कुल निवेश हुआ 12 लाख रुपया.

क्या है दोनों की इनवेस्टमेंट वैल्यू

क्या आप जानते हैं इस समय राम और श्याम के निवेश की कुल वैल्यू क्या है. बराबर पैसा निवेश और बराबर रिटर्न के बावजूद इस समय राम के निवेश की कुल वैल्यु 45.99 लाख रुपये है, जबकि श्याम की निवेश वैल्यु 22.40 लाख रुपये ही है. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि राम ने ये पैसा 20 साल के दौरान निवेश किया, जबकि श्याम ने 10 साल में.

              राम           श्याम
प्रति माह निवेश की राशि 5,000 रुपये 10,000 रुपये
निवेश की अवधि 20 साल 10 साल
कुल निवेश 1,20,000 रुपये 1,20,000 रुपये
रिटर्न सहित निवेश की वैल्यू 45,99,287 रुपये 22,40,359 रुपये

राम और श्याम ने एक समान रिटर्न के साथ बराबर पैसा निवेश किया, लेकिन चूंकि राम के पैसे को बढ़ने के लिए अधिक समय मिला, इसलिए राम के पास श्याम के मुकाबले 23.58 लाख रुपये अधिक हैं. यानी आप कितना पैसा निवेश कर रहे हैं और किस प्रतिफल पर निवेश कर रहे हैं, इससे ज्यादा महत्वपूर्ण ये है कि आप पैसा कितने समय के लिए निवेश कर रहे हैं. इसलिए जल्दी निवेश कीजिए, नियमित निवेश कीजिए और लंबे समय के लिए निवेश कीजिए.