SCSS: वरिष्ठ नागरिकों को इस स्कीम में मिलता है शानदार रिटर्न, 60 के पार है उम्र तो जरूर जानें इसके फायदे !
Senior Citizen Saving Scheme- SCSS का फायदा वो सभी लोग उठा सकते हैं जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है. इसके अलावा जिन लोगों ने वीआरएस लिया है, वो भी इस स्कीम का लाभ ले सकते हैं.
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (Senior Citizen Saving Scheme- SCSS) सरकार द्वारा खासतौर से उन लोगों के लिए है, जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है. रिटायरमेंट के बाद सीनियर सिटीजंस को रेगुलर इनकम कराने के उद्देश्य से इसे तैयार किया गया है. इसके अलावा जिन लोगों ने वीआरएस लिया है, वो भी इस स्कीम का लाभ ले सकते हैं. फिक्स्ड डिपॉजिट और सेविंग अकाउंट की तुलना में इसकी ब्याज दर काफी ज्यादा है, इसलिए इस स्कीम को काफी पसंद किया जा रहा है. आप देश के किसी भी अधिकृत बैंक या डाकघर की शाखाओं में वरिष्ठ नागरिक बचत योजना खाता खोल सकते हैं. यहां जानिए सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम से जुड़ी खास बातें.
5 साल बाद मैच्योर हो जाती है रकम
इस खाते में कम से कम 1000 और अधिक से अधिक 15 लाख रुपए जमा कराए जा सकते हैं. स्कीम में 1000 के मल्टीपल में रकम जमा की जाती है. खाता खोलने की तारीख से 5 साल बाद जमा रकम मैच्योर हो जाती है. जमाकर्ता चाहे तो जमा राशि मैच्योर होने के बाद खाते की अवधि तीन साल के लिए बढ़ा सकता है. लेकिन ये एक्सटेंशन विकल्प सिर्फ एक बार के लिए ही उपलब्ध है. जमा राशि पर तिमाही आधार पर ब्याज देय होता है. वर्तमान में ब्याज 7.40% प्रतिवर्ष है जो 01 अप्रैल 2020 से प्रभावी है. 30 सितंबर तक यही रेट बने रहेंगे. रेट की समीक्षा 31 मार्च, 30 जून, 30 सितंबर और 31 दिसंबर को की जाती है.
कौन उठा सकता है इस स्कीम का लाभ
- वो वरिष्ठ नागरिक जिनकी उम्र 60 साल से अधिक हो.
- 55 से 60 साल की उम्र के बीच जिन लोगों ने वीआरएस लिया हो, वो भी इसका लाभ उठा सकते हैं.
- 50 साल तक की उम्र के सेवा निवृत्त रक्षाकर्मी.
इस स्कीम के फायदे
- वरिष्ठ नागरिक बचत योजना भारत सरकार द्वारा समर्थित स्मॉल सेविंग स्कीम है, इसलिए इसे विश्वसनीय और सुरक्षित विकल्पों में से एक माना जाता है.
- 7.40% प्रतिवर्ष ब्याज दर एफडी और बचत खाते जैसे निवेश की तुलना में काफी बेहतर हैं.
- इस खाते को पूरे भारत में कहीं भी ट्रांसफर किया जा सकता है.
- आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत इस स्कीम में निवेश करने पर आप 1.5 लाख रुपए प्रति वर्ष टैक्स छूट का क्लेम कर सकते हैं.
- इस स्कीम के तहत ब्याज का भुगतान हर तीन महीने में किया जाता है. ब्याज प्रत्येक अप्रैल, जुलाई, अक्टूबर और जनवरी के पहले दिन आपके अकाउंट में आ जाता है.
खाता खोलने का प्रॉसेस
पोस्ट ऑफिस या सार्वजनिक / निजी बैंकों में इस खाते को खोलने के लिए आपको एक फॉर्म भरना होगा, साथ ही दो पासपोर्ट साइज फोटो, पहचान प्रमाण पत्र व केवाईसी के अन्य दस्तावेजों की कॉपी के साथ इस फॉर्म को जमा करना होगा. बैंक में खाता खोलने का फायदा ये है कि जमा ब्याज को सीधे बैंक शाखा के पास जमाकर्ता के बचत बैंक खाते में जमा किया जा सकता है. अकाउंट स्टेटमेंट पोस्ट या ईमेल के माध्यम से जमाकर्ताओं को भेजे जाते हैं.