एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड ने प्रौद्योगिकी में निवेश और नए उतपादों की लॉन्चिंग से शीर्ष पांच गैर-जीवन बीमा कंपनियों में शामिल होने की योजना बनाई है. इसके अलावा कंपनी ने साल 2020 में IPO (Initial public offering) या प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव लाने का भी ऐलान किया है. कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कंपनी ने एजेंट्स और अन्य वितरण चैनलों के विस्तार की योजना बनाई है और स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी पर जोर दिया जा रहा है. 

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कंपनी की उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी लिसा जेफरी ने संवाददाताओं से कहा, "हम डिजिटल प्रौद्योगिकी में निवेश कर रहे हैं और डिजिटल रणनीति बना रहे हैं. अब ऐसी बीमा कंपनियां भी हैं, जो पूरी तरह से डिजिटल काम करती हैं. हमारे कुल बजट में सूचना प्रौद्योगिकी में निवेश पर जोर दिया गया है." ऐसे समय में जब उद्योग की विकास दर 12 फीसदी है, एसबीआई जनरल इंश्योरेंस की विकास दर 30 फीसदी रही है. 

कंपनी को आय में बढ़ोतरी की उम्मीद

जेफरी ने कहा, "हमें अपने सकल घरेलू प्रीमियम आय (जीडीपीआई) में 35 फीसदी वृद्धि की उम्मीद है. चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपीआई की वृद्धि दर 30 फीसदी रही है, जोकि 2,067 करोड़ रुपये हैं और मुनाफा 270 करोड़ रुपये रहा." उन्होंने कहा कि एसबीआई जनरल इंश्योरेंस उन गिनी-चुनी कंपनियों में से एक है, जिसने अंडरराइटिंग मुनाफा (क्लेम को घटाकर प्रीमियम आय) दर्ज किया है.

क्या है आईपीओ

इसके अन्तर्गत एक निजी कंपनी अपने शेयरों की बिक्री आम जनता को सार्वजनिक तौर पर कर सकती है. यह एक नई, युवा कंपनी या एक पुरानी कंपनी भी हो सकती है जो एक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होने का फैसला करती है और इसलिए यह सार्वजनिक हो जाती है. यहाँ किसी कंपनी के सार्वजनिक होने या पब्लिक होने का मतलब है कि अब इस कंपनी के शेयर आम लोगों को जारी किये जा सकते हैं और लोग इन्हें शेयर बाजार में खरीद और बेच सकते हैं.

(इनपुट एजेंसी से)