अगर आपका किसी बैंक में सेविंग अकाउंट है, तो आपको ये अच्‍छी तरह पता होगा कि अपने सेविंग अकाउंट में थोड़ा मिनिमम बैलेंस रखना जरूरी होता है, वरना आपको पेनाल्‍टी देनी होती है. बचत खाते में न्‍यूनतम राशि को लेकर सभी बैंकों के अपने अलग-अलग नियम हैं. लेकिन SBI के बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट अकाउंट (Basic Savings Bank Deposit Small Account) में इस तरह मिनिमम बैलेंस रखने की कोई बाध्‍यता नहीं होती. यानी अगर आप जरूरत पड़ने पर बैंक से पूरा पैसा भी निकाल लेते हैं, तो बदले में बैंक आपसे किसी तरह का जुर्माना नहीं लेगा. इस कारण लोग इस अकाउंट को जीरो बैलेंस अकाउंट भी कहते हैं. आइए आपको बताते हैं इस अकाउंट से जुड़ी तमाम जरूरी बातें.

कौन खोल सकता है अकाउंट

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SBI के बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट अकाउंट की सुविधा सभी ब्रांचों में मौजूद है. कोई भी व्‍यक्ति जिसकी उम्र 18 साल या इससे ज्‍यादा है, वो इस अकाउंट को खुलवा सकता है, बशर्ते उसके पास वैध केवाईसी दस्तावेज हों. ये अकाउंट खासतौर पर समाज के गरीब तबके के लिए है ताकि उन्हें बचत के लिए प्रोत्‍साहित किया जा सके. इसमें अकाउंट खुलवाते समय भी पैसा जमा करना अनिवार्य नहीं होता है.

अकाउंट की खासियतें

  • जिस तरह से आप सामान्‍य सेविंग अकाउंट को जॉइंट अकाउंट के तौर पर खुलवाते हैं, उसी तरह SBI के बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट अकाउंट में भी आपको ये सुविधा दी जाती है.
  • इसमें अकाउंट होल्‍डर को बैंक पासबुक, बेसिक रुपे एटीएम-कम-डेबिट कार्ड, मोबाइल और इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा भी दी जाती है. हालांकि मुफ्त चेकबुक नहीं दी जाती.
  • जीरो बैलेंस अकाउंट खुलवाने पर आप सामान्‍य बचत खाते की तरह आधार कार्ड की मदद से पैसे निकाल सकते हैं और ट्रांसफर कर सकते हैं, साथ ही UPI एप की मदद से भी पैसे निकालने या ट्रांसफर करने की सुविधा भी इसमें शामिल होती है.
  • इसमें NEFT/RTGS जैसे इलेक्ट्रॉनिक चैनल से कैश ट्रांजैक्‍शन पर कोई चार्ज नहीं देना होता है. साथ ही अगर आप कोई बंद अकाउंट को चालू कराते हैं तो उसके लिए भी आपको चार्ज नहीं देना होता है. वहीं अगर आप अपना जीरो बैलेंस अकाउंट क्लोज कराते हैं तो इसके लिए भी कोई चार्ज नहीं देना होता है. 

ये हैं शर्तें

  • यदि किसी ग्राहक का बेसिक बचत बैंक जमा खाता है तो वह कोई और बचत बैंक खाता नहीं रख सकता. इसके अलावा यदि किसी ग्राहक का पहले से ही बचत बैंक खाता है, तो बेसिक बचत बैंक खाता खुलवाने के 30 दिन के भीतर पुराने खाते को बंद करवाना होगा.
  • जीरो बैलेंस अकाउंट होल्‍डर किसी एक Financial Year के दौरान, कुल मिलाकर 1 लाख रुपए तक ही जमा कर सकते हैं. अगर वो इससे ज्यादा रुपए जमा करते हैं तो उन्‍हें इस अकाउंट को पूरे KYC डाक्यूमेंट्स जमा करके, सामान्य सेविंग अकाउंट में बदलवाना पड़ता है.
  • जीरो-बैलेंस अकाउंट में आपके मंथली ट्रांजैक्शन नंबर की एक लिमिट होती है. अगर आप परमिटेड नंबर से ज़्यादा विदड्रॉल करते हैं, तो बैंक आपके जीरो-बैलेंस अकाउंट को एक रेगुलर सेविंग्स अकाउंट में बदल देता है.
  • जीरो बैलेंस अकाउंट में आपको रेगुलर सेविंग्स अकाउंट की तरह FD, RD में  निवेश शुरू करने का ऑप्शन्स नहीं मिलता है. यहां तक ​​कि डीमैट अकाउंट खोलने का भी ऑप्शन भी नहीं दिया जाता है.

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