Investment Tips: अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश की योजना बना रहे हैं तो म्यूचुअल फंड और पब्लिक प्रोविडेंट फंड दोनों शानदार स्कीम है. दोनों की अपनी-अपनी खासियत भी है. म्यूचुअल फंड पूरी तरह बाजार के प्रदर्शन पर निर्भर करता है और रिटर्न की गारंटी नहीं है. दूसरी तरफ, पब्लिक प्रोविडेंट फंड फिक्स्ड रिटर्न देने वाली स्कीम है. SIP की सुविधा दोनों में उपलब्ध है. अब सवाल उठता है कि आपके लिए दोनों में कौन सी स्कीम बेहतर है? टैक्स और फाइनेंशियल एक्सपर्ट गरिमा बाजपेयी (CA Garima Bajpai) ने कहा कि अगर आप नए निवेशक हैं और निवेश की शुरुआत करने जा रहे हैं तो रिटर्न के साथ-साथ टैक्स सेविंग भी जरूरी है. पब्लिक प्रोविडेंट फंड टैक्स सेविंग के लिहाज से शानदार स्कीम है. इसमें 3 अलग-अलग स्तर पर टैक्स बेनिफिट मिलता है. एक्सपर्ट ने PPF के 10 खास बेनिफिट के बारे में बताया है.

पब्लिक प्रोविडेंट फंड के 10 बेनिफिट्स

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1>> वर्तमान में पब्लिक प्रोविडेंट फंड में 7.1 फीसदी का इंटरेस्ट मिल रहा है. रिटर्न अच्छा है. तीन स्तरों पर टैक्स बेनिफिट मिलता है. इसके कारण PPF पर नेट रिटर्न इससे कहीं ज्यादा हो जाता है.

2>> यह EEE कैटिगरी के अंतर्गत आता है जिसे एग्जेंप्ट एग्जेंप्ट एग्जेंप्ट कहते हैं. निवेश करने पर टैक्स में सेक्शन 80सी के तहत डिडक्शन का लाभ मिलता है. इंटरेस्ट इनकम भी टैक्स फ्री है. नेट रिटर्न भी टैक्स फ्री होता है.

3>> एलिजिबिलिटी की बात करें तो इंडियन रेसिडेंट ही इस स्कीम में निवेश कर सकता है. सरकार इसमें रिटर्न की गारंटी देती है.

4>> 5 साल तक निकासी की सुविधा नहीं है. उसके बाद निकासी की जा सकती है. एक्सपर्ट ने इससे निकासी करने से बचने की सलाह दी है. 

5>> पब्लिक प्रोविडेंट अकाउंट पर लोन की भी सुविधा उपलब्ध है. अकाउंट खुलने के बाद तीसरे से छठे साल के बीच लोन उठाया जा सकता है.

6>> इसमें एक साल में कम से कम 500 रुपए और अधिकतम 1.5 लाख रुपए निवेश किया जा सकता है.

7>> PPF पर रिटर्न गारंटीड होता है. यह रिटर्न रिस्क फ्री होता है. वित्त मंत्रालय की तरफ से हर तीन महीने पर इंटरेस्ट रेट को लेकर फैसला लिया जाता है. 

8>> पीपीएफ अकाउंट को एक्टिव रखने के लिए साल में कम से कम एक बार 500 रुपए जमा करने होंगे. एक साल में अधिकतम 12 SIP की जा सकती है. यह सिंगल इंडिविजुअल के नाम पर खुलवाया जा सकता है. ज्वाइंट अकाउंट की सुविधा नहीं है.

9>> इस स्कीम में 15 सालों के लिए निवेश करना होता है. उसके बाद इसे 5-5 साल के ब्लॉक में बढ़ाया जा सकता है. ऐसे में यह लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए है. लॉन्ग टर्म होने के कारण कम्पाउंडिंग का लाभ मिलता है.

10>>अगर कोई 5000 रुपए हर महीने PPF में जमा करता है तो वर्तमान रेट ऑफ इंटरेस्ट के आधार पर 15 साल बाद उसे 16.27 लाख रुपए मिलेंगे. इसमें निवेश की कुल राशि 9 लाख रुपए, इंटरेस्ट 7.27 लाख रुपए और नेट रिटर्न 16.27 लाख रुपए होगा जो पूरी तरह टैक्स फ्री होगा.

5 साल के लिए बढ़ाने पर कितना बढ़ेगा मुनाफा

जैसा कि हमने पहले बताया है इसे 5-5 साल की अवधि के लिए बढ़ाया जा सकता है. ऐसे में 5000 रुपए हर महीने अगर 20 साल के लिए जमा किया जाता है तो नेट रिटर्न 26.63 लाख रुपए होगा. अगर इसे 25 साल के लिए जमा किया जाता है तो नेट रिटर्न 41.23 लाख रुपए होगा. 25 साल में कुल जमा राशि 15 लाख रुपए होगी, इंटरेस्ट 26.23 लाख रुपए होगा और नेट रिटर्न 41.23 लाख रुपए होगा.