होम लोन(Home Loan) लेना वन टाइम इन्वेस्टमेंट है. जिसमें कई तरह की प्लानिंग और फंड का इन्वेस्टमेंट शामिल है. होम लोन इन्वेस्टमेंट का एक अच्छा ऑप्शन है लेकिन इसके लिए एक मजबूत फाइनेंशियल प्रोफाइल होना जरूरी है. ऐसे निवेशक जो कि अकेले होम लोन का बोझ उठाने में सक्षम नहीं हैं, जॉइंट होम लोन का फायदा उठा सकते हैं. अक्सर लोग अपने जीवन साथी या फिर भाई-बहन के साथ मिलकर जॉइंट होम लोन (Joint Home Loan) लेते हैं. अगर कोई व्यक्ति पूरी रकम का पेमेंट करने में सक्षम नहीं हैं तो वह इस तरह से जॉइंट लोन का फायदा उठा सकते हैं. बजाज फिनसर्व (Bajaj Finserve) की वेबसाइट के मुताबिक कुछ ही लोग हैं जो जॉइंट होम लोन लेते समय आपके Co-borrower हो सकते हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में.

कौन हो सकते हैं को-एप्लिकेंट 

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क्योंकि आप किसी साथी के साथ होम लोन ले रहे हैं, बैंक आपके लोन के लिए बड़ी राशि भी प्रदान कर सकते हैं. लेकिन कुछ ही लोग आपके जॉइंट होम लोन के लिए को-बॉरोवर बन सकते हैं.

1. पेरेंट्स 

2. पति-पत्नी 

3. भाई-बहन 

4. बेटी (अनमैरिड)

5. बेटा 

 

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मिल सकता है बड़ा लोन

 

अगर आपके पार्टनर जिनके साथ आप जॉइंट होम लोन लेना चाहते हैं, उनका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो आपको बड़ा होम लोन अमाउंट मिल सकता है. अगर दोनों की आय मिलाकर emi कवर करने के लिए काफी है, तो ऐसे में होम लोन के अमाउंट में आपको फायदा मिलेगा. इसके अलावा जॉइंट होम लोन में दोनों ओनर इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के तहत टैक्स बेनिफिट उठा सकते हैं. लेकिन इसके लिए दोनों ही लोगों का को-ओनर होना जरूरी होता है. दोनों ही व्यक्ति 2 लाख रुपए ब्याज पर और प्रिंसिपल अमाउंट (मूलधन) पर 5 लाख रुपए का फायदा उठा सकते हैं.

क्रेडिट स्कोर भी हो सकता है प्रभावित 

लेकिन जॉइंट होम लोन लेने का एक नुकसान यह भी हो सकता है कि अगर को-एप्लिकेंट EMI का भुगतान नहीं कर पाते हैं तो आपके क्रेडिट स्कोर पर भी इसका प्रभाव पड़ता है. लेकिन जॉइंट होम लोन बैंकों के लिए काफी रिस्की होते हैं, इसलिए लोन मिलने की गारंटी नहीं होती है.

अप्लाई करने से पहले इन बातों का रखें ध्यान

जॉइंट होम लोन के लिए अप्लाई करते समय इस बात का ख्याल रखा जाना चाहिए कि को-एप्लिकेंट और आपका दोनों का ही क्रेडिट स्कोर अच्छा होना चाहिए. वरना एप्लीकेशन रिजेक्ट हो सकती है.  प्राइमरी और को-एप्लिकेंट दोनों के पेमेंट की क्षमता अच्छी होना चाहिए. इसके अलावा इस बात का भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि कर्ज और आय का अनुपात 50 से 60 फीसदी से ज्यादा ना हो.

महिला को-एप्लिकेंट के लिए क्या है खास 

महिला होम लोन बायर के लिए कई सारे बैंक होम लोन की ब्याज दर कम रखते हैं. ये रेट सामान्य रेट से करीब 5 बेसिस पॉइंट्स तक कम हो सकती है. महिला को-एप्लिकेंट होने पर कम ब्याज डर का फायदा तभी उठाया जा सकेगा जब महिला पहली आवेदनकर्ता हो.