किस्त न चुकाने से बंद हो गई है आपकी Post Office RD, तो ऐसे दोबारा करें शुरू...यहां जानें प्रोसेस
अगर आप पोस्ट ऑफिस रिकरिंग डिपॉजिट की किस्त निर्धारित अंतिम तारीख तक नहीं जमा करते हैं तो प्रतिमाह 1% की दर से पेनाल्टी भी चुकानी पड़ती है.
रिकरिंग डिपॉजिट यानी आरडी को आज भी बचत का बेहतरीन तरीका माना जाता है. आरडी को पोस्ट ऑफिस या बैंक कहीं भी शुरू किया जा सकता है. पोस्ट ऑफिस की रिकरिंग डिपॉजिट स्कीम 5 साल की होती है और ये काफी लोकप्रिय स्कीम्स में शामिल है. ये एक गुल्लक की तरह से है, जिसमें पांच साल तक लगातार पैसा जमा करने के बाद आपको अपना कुल जमा पैसा ब्याज के साथ वापस मिल जाता है. वर्तमान में पोस्ट ऑफिस आरडी पर 5.8 % प्रतिवर्ष की ब्याज दर (interest rate) लागू है.
आरडी में एक निश्चित तिथि पर निश्चित अमाउंट जमा करना पड़ता है. अगर आप पोस्ट ऑफिस रिकरिंग डिपॉजिट की किस्त निर्धारित अंतिम तारीख तक नहीं जमा करते हैं तो प्रतिमाह 1% की दर से पेनाल्टी भी चुकानी पड़ती है. वहीं लगातार कई किस्तें जमा न होने पर आपके अकाउंट को बंद किया जा सकता है. अगर आपका अकाउंट भी किस्तें न चुकाने के कारण बंद हो गया है, तो यहां जानें इसे शुरू कराने के तरीके.
कैसे शुरू कराएं बंद आरडी
पोस्ट ऑफिस में जब आप लगातार चार किस्तें जमा नहीं कर पाते हैं, तब आपके अकाउंट को बंद किया जाता है. लेकिन अगर आप अगले दो महीने के अंदर इसे दोबारा चालू कराने के लिए आवेदन दे दें, तो इसे फिर से शुरू करवाया जा सकता है. दोबारा शुरू होने की स्थिति में आपको पहले पिछले महीने की बकाया किस्तों को पेनाल्टी के साथ जमा करना होता है. लेकिन अगर आप दो महीने की अवधि में कोई एप्लीकेशन नहीं देते हैं तो ये पूरी तरह से बंद कर दिया जाता है.
कैसे तय होती है जमा की तारीख
आपने महीने की 15 तारीख से पहले अकाउंट खुलवाया है या बाद में, इसी आधार पर आपकी आरडी जमा की तारीख तय की जाती है. अगर आपका अकाउंट किसी महीने की 15 तारीख तक खोला जाता है तो आपको अपनी किस्तें हर हाल में 15 तारीख तक जमा करनी होती हैं. वहीं 15 तारीख के बाद अकाउंट खोलने पर आप अपनी किस्त को महीने की 16 तारीख से महीने की आखिरी तारीख तक जमा कर सकते हैं. लेकिन निश्चित अवधि में किस्त जमा न करने पर पेनाल्टी लगाई जाती है.
किस्तें जमा न कर पाएं तो ये ऑप्शन आजमाएं
अगर आपको लगता है कि आपकी फाइनेंशियल कंडीशन थोड़ी ठीक नहीं है और आपको किस्तों को लगातार जमा करने में कुछ समय तक परेशानी हो सकती है तो आप अपने अकाउंट की परिपक्वता अवधि (Maturity Period) आगे भी बढ़वा (extend) सकते हैं. लेकिन ये काम आपको पहले ही करना होगा. चार महीने की किस्तें नहीं देने के बाद अगर आप इस ऑप्शन को अप्लाई करने के बारे में सोचेंगे, तो ऐसा नहीं हो पाएगा. मैच्योरिटी पीरियड के एक्सटेंशन का समय उतना ही बढ़ाया जा सकता है, जितने महीने आप किस्त अदा नहीं कर पा रहे हैं.
एडवांस भी जमा कर सकते हैं किस्त
आप चाहें तो आरडी को एडवांस भी जमा कर सकते हैं. ये ऑप्शन उनके लिए बेहतर होता है, जो हर महीने जमा करने के झंझट से बचना चाहते हैं. लेकिन आपको कम से कम छह महीने की एडवांस किस्त जमा करनी होती है. 6 महीने की एडवांस किस्तें जमा करने पर हर ₹100 पर ₹10 की छूट और एक साल की किस्त एक साथ जमा करने पर हर ₹100 पर ₹40 की छूट मिलती है.