Post Office MIS Scheme: रिटायरमेंट प्लानिंग की सोच रहे हैं? साथ में गारंटीड और सुरक्षित रिटर्न चाहिए? इन सभी सेविंग स्कीम को लेकर आपके इन सवालों के लिए सही जवाब पोस्ट ऑफिस की दमदार सेविंग स्कीम्स ही दे सकती हैं. क्योंकि पोस्ट ऑफिस सरकार समर्थित कई सेविंग स्कीम चलाती है. ऐसी ही एक स्कीम पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम अकाउंट यानी MIS है. इसमें एकमुश्त जमा के मैच्योरिटी के बाद से मंथली इनकम होती है.

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MIS में निवेशक एक बार में अधिकतम आप 4.5 लाख रुपए जमा कर सकते हैं. जमा राशि पर ब्याज से हर महीने इनकम होती है. बता दें कि पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में सालाना 7.1% ब्याज मिलता है. मंथली इनकम निवेशित रकम के 5 साल मैच्योरिटी के बाद मिलती है. 

MIS Calculator 

एकमुश्त निवेश: ₹4.5 लाख

लॉक-इन पीरियड: 5 साल

ब्याज दर (सालाना): 7.1%

हर महीने इनकम: ₹2663

5 साल में ब्याज से कमाई: ₹1,59,750

9 लाख तक कर सकते हैं निवेश

पहले निवेशित रकम की मैच्योरिटी पर निवेशक के पास ऑप्शन होता है कि पूरा पैसा विड्रॉ कर ले या फिर उसी रकम का दोबारा निवेश कर दे. इस साल के बजट में इंडीविजुअल्स के लिए सरकार ने डिपॉजिट की सीमा को बढ़ाकर 9 लाख रुपए तक कर दिया है. वहीं, ज्वाइंट अकाउंट में निवेश की रकम को भी बढ़ाकर 15 लाख रुपए तक कर दिया गया है. 

पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम के लिए ध्यान रखने वाली बातें

  • अगर 1-3 साल के बीच में पैसा निकालते हैं, तो डिपॉजिट अमाउंट का 2% काटकर वापस किया जाएगा.
  • अगर अकाउंट खोलने के 3 साल बाद मैच्योरिटी के पहले कभी भी पैसा निकालते हैं, तो जमा राशि का 1% काटकर वापस किया जाएगा.
  • MIS अकाउंट को एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर भी कर सकते हैं. 
  • मैच्योरिटी यानी पांच साल पूरा होने पर इसे आगे 5-5 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है.

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