Post Office MIS vs SCSS: सीनियर सिटीजन के लिए बेहतर और सुरक्षित निवेश के तौर पर पोस्ट ऑफिस कई स्कीम ऑफर कर रही है. इसमें मंथली इनकम स्कीम (Post Office Income Scheme), सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) जैसे अच्छे विकल्प शामिल हैं. जिनके आधार पर एक अच्छी रिटायरमेंट प्लानिंग की जा सकती है. लेकिन भविष्य की प्लानिंग करने से पहले इन दोनों स्कीम्स के रिटर्न को समझना जरूरी है, जिससे आने वाले दिनों के लिए तय किए गए लक्ष्यों को पूरा किया जा सके.

पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम

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सबसे पहले पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम (MIS) की बात करते हैं. इस स्कीम में एकमुश्त पैसा लगाकर हर महीने कमाई होती है. यह स्कीम 5 साल में मैच्योर होती है. अच्छी बात यह भी है कि MIS पर मिलने वाले ब्याज बढ़कर 7.1% हो गया है. 

MIS Calculator 

एकमुश्त निवेश: ₹1 लाख

लॉक-इन पीरियड: 5 साल

ब्याज दर (सालाना): 7.1%

हर महीने इनकम: ₹592

5 साल में ब्याज से कमाई: ₹35,500

मंथली इनकम स्कीम की खास बातें

-सिंगल अकाउंट से अधिकतम ₹4.5 लाख का निवेश किया जा सकता है.

- जॉइंट अकाउंट से अधिकतम ₹9 लाख का इनवेस्टमेंट कर सकते हैं.

-स्कीम में निवेश की शुरूआत हर महीने कम से कम ₹1000 से की जा सकती है.

सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम

सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) को 60 साल से अधिक आयु वाले भारतीय नागरिकों के लिए बनाई गई है. इसे सरकरा द्वारा चलाई जाती है. खाता खोलने की तारीख से 5 साल के बाद जमा राशि मैच्योर होती है. हालांकि, इस अवधि को 3 साल के लिए और बढ़ाई भी जा सकती है. लेकिन केवल एक बार ही अवधि को बढ़ाई जा सकता है. इस पर सालाना 8% का ब्याज मिलता है. 

SCSS Calculator

एकमुश्त निवेश: ₹1 लाख

अवधि: 5 साल

ब्याज दर (सालाना): 8%

ब्याज से तिमाही कमाई: ₹2000

5 साल में ब्याज से कमाई: ₹40,000

SCSS से जुड़ी जरूरी बातें

- इस स्कीम में निवेश की शुरुआत ₹1000 से की जा सकती है

- स्कीम में अधिकतम ₹15 लाख का निवेश कर सकते हैं

- स्कीम में IT Act, 1961 के सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपए तक के टैक्स डिडक्शन क्लेम कर सकते हैं 

 

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