Post Office की तरफ से कई स्मॉल सेविंग स्कीम्स का संचालन किया जाता है. इसमें एक योजना का नाम है मंथली इनकम स्कीम, जिसे MIS अकाउंट के नाम से भी जाना जाता है. नाम के अनुरूप मंथली इनकम स्कीम अकाउंट (Monthly Income Scheme Account) में एकमुश्त राशि जमा की जाती है. हर महीने निश्चित राशि आपको इंटरेस्ट के रूप में मिलेंगे. इस स्कीम की अवधि 5 सालों की होती है. मैच्योरिटी होने पर प्रिंसिपल अमाउंट भी वापस कर दिया जाता है. 31 मार्च को वित्त मंत्रालय ने स्मॉल सेविंग स्कीम्स के लिए इंटरेस्ट रेट को रिवाइज किया. अब MIS स्कीम पर 7.4 फीसदी का सालाना ब्याज ऑफर किया जा रहा है. पहले इसपर 7.1 फीसदी का ब्याज मिल रहा था.

अगले पांच सालों तक इंटरेस्ट रेट में कोई बदलाव नहीं

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Post Office MIS स्कीम की खासियत ये है कि आप जिस समय निवेश करते हैं, उस समय जो इंटरेस्ट रेट होगा वह अगले पांच सालों तक लागू रहेगा. इंटरेस्ट रेट का रिवीजन हर तिमाही में होता है. अगर पांच सालों के दौरान इंटरेस्ट रेट में किसी तरह का बदलाव भी होगा तो निवेशक पर इसका कोई असर नहीं होगा.

5 साल में केवल ब्याज से मिलेंगे 1.85 लाख

Post Office MIS Calculator के मुताबिक, अगर कोई निवेशक इस स्कीम में 5 लाख रुपए निवेश करता है तो हर महीने उसे इंटरेस्ट के रूप में 3083 रुपए मिलेंगा. यह अमाउंट हर महीने अगले पांच सालों तक मिलता रहेगा. इन पांच सालों में अकाउंट होल्डर को केवल इंटरेस्ट से कुल 184980 रुपए मिलेंगे. पांच साल पूरा होने पर 5 लाख रुपए वापस कर दिया जाएगा.

Post Office MIS Scheme में अब 9 लाख तक निवेश

बजट 2023 में Post Office MIS Scheme में एक और बदलाव किया गया जिसे फाइनेंस बिल 2023 में शामिल किया गया था. इसे मंजूरी भी मिल चुकी है. 1 अप्रैल 2023 से ही यह नियम लागू हो चुका है. पोस्ट ऑफिस एमआईएस स्कीम में कोई इंडिविजुअल अब 9 लाख रुपए तक निवेश कर सकता है. पहले यह लिमिट 4.5 लाख रुपए थी. ज्वाइंट अकाउंट होल्डर के लिए यह लिमिट अब 15 लाख रुपए है. पहले इसकी लिमिट 9 लाख रुपए थी.