Budget Impact: पति-पत्नी की इस सरकारी स्कीम से होगी डबल कमाई; ₹15 लाख जमा पर ₹8,875 मंथली इनकम, देखें कैलकुलेशन
Budget Impact Post Office MIS Calculator: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम में जमा लिमिट डबल कर दी है. सिंगल अकाउंट खुलवाते हैं, तो 9 लाख रुपये तक (पहले 4.5 लाख) और ज्वाइंट अकाउंट में 15 लाख रुपये तक जमा कर पाएंगे.
Budget Impact Post Office MIS Calculator: स्माल सेविंग्स को बढ़ावा देने के लिए बजट में कई अहम एलान हुए हैं. इसमें एक ऐलान मंथली इनकम स्कीम में डिपॉजिट लिमिट बढ़ाने की है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (Post Office Monthly Income Scheme Account) में जमा लिमिट डबल कर दी है. इसके बाद अगर आप सिंगल अकाउंट खुलवाते हैं, तो 9 लाख रुपये तक (पहले 4.5 लाख) जमा करा सकते हैं. वहीं, ज्वाइंट अकाउंट के लिए डिपॉजिट की लिमिट 15 लाख रुपये (पहले 9 लाख रुपये) हो जाएगी. निवेश की बढ़ी हुई लिमिट नए वित्त वर्ष 2023-24 से लागू होगी. ज्वाइंट अकाउंट मिनिमम 3 लोग मिलकर खुलवा सकते हैं. MIS अकाउंट में सिर्फ एक बार निवेश करना होता है. इसकी मैच्योरिटी 5 साल की होती है. यानी, पांच साल बाद से आपको गारंटीड मंथली इनकम होने लगेगी.
POMIS: पति-पत्नी को कैसे होगी ₹8,875 की मंथली इनकम
पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में मंथली इनकम की गारंटी है. मान लीजिए, नए वित्त वर्ष से अगर पति-पत्नी ज्वॉइंट अकाउंट खुलवाते हैं और उसमें 18 लाख रुपये जमा कराते हैं. अभी MIS पर 7.1 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है. इस तरह, पांच साल की मैच्योरिटी पर 5,32,500 रुपये का ब्याज बनेगा. यानी, 5 साल में आप 20.32 लाख रुपये का टोटल फंड बना सकते हैं. मैच्योरिटी के बाद सालाना ब्याज 1,06,500 लाख रुपये बनेगा. यानी, मंथली इनकम की बात करें, तो पति-पत्नी को हर महीने ₹8,875 ब्याज से इनकम होने लगेगी.
मौजूदा नियम के मुताबिक, MIS में दो या तीन लोग मिलकर भी ज्वाइंट अकाउंट खुलवा सकते हैं. इस अकाउंट के बदले में मिलने वाली आय को हर मेंबर को बराबर दिया जाता है. ज्वाइंट अकाउंट को कभी भी सिंगल अकाउंट में कन्वर्ट करा सकते हैं. सिंगल अकाउंट को भी ज्वाइंट अकाउंट में कन्वर्ट करा सकते हैं. अकाउंट में किसी तरह का बदलाव करने के लिए सभी अकाउंट मेंबर्स की ज्वाइंट एप्लीकेशन देनी होती है. यहां बता दें, कि सरकार हर तिमाही ब्याज दरों की समीक्षा करती है.
POMIS: प्रीमैच्योर बंद कराने का है ऑप्शन
पोस्ट ऑफिस के MIS की मैच्योरिटी 5 साल होती है, इसमें प्रीमैच्योर क्लोजर हो सकता है. हालांकि, डिपॉजिट की तारीख से एक साल पूरे होने के बाद ही आप पैसा निकाल सकते हैं. नियमों के मुताबिक, अगर एक साल से तीन साल के बीच में पैसा निकालते हैं, तो डिपॉजिट अमाउंट का 2% काटकर वापस किया जाएगा. अगर अकाउंट खुलने के 3 साल बाद मैच्योरिटी के पहले कभी भी पैसा निकालते हैं तो आपकी जमा राशि का 1% काटकर वापस किया जाएगा.
पोस्ट ऑफिस की मंथली इन्वेस्टमेंट स्कीम कोई भी देश का नागरिक खोल सकता है, चाहे वह एडल्ट हो या माइनर. अपने बच्चे के नाम से भी अकाउंट खोल सकते हैं. अगर बच्चा 10 साल से कम उम्र का है तो उसके नाम पर उसके माता-पिता या कानूनी अभिभावक की ओर से अकाउंट खोला जा सकता है. बच्चे की उम्र 10 साल होने पर वह खुद भी अकाउंट के संचालन का अधिकार पा सकता है.
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