Post Office Scheme: रिटायरमेंट की जमा पूंजी में से जमा करें 15 लाख, 5 साल बाद गारंटीड मिलेंगे ₹21,15,000
SCSS Post Office Scheme: पोस्ट ऑफिस में वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक खास स्कीम चलाई जाती है, जिसका नाम है वरिष्ठ नागरिक बचत योजना. इस स्कीम में उन्हें अच्छा खासा ब्याज दिया जाता है, जिसकी मदद से सीनियर सिटीजंस अपनी जमापूंजी को तेजी से बढ़ा सकते हैं.
Senior Citizens Savings Scheme: रिटायरमेंट के बाद लोगों की जमा पूंजी ही उनकी ताकत होती है, इसलिए ज्यादातर बुजुर्ग लोग इसको लेकर कोई रिस्क नहीं लेना चाहते. इस जमा पूंजी को वो कहीं ऐसी जगह में निवेश करना चाहते हैं, जहां से उन्हें हाई रिटर्न मिले और उनकी निवेश की गई रकम पूरी तरह सुरक्षित भी रहे. यही वजह है कि ज्यादातर सीनियर सिटीजंस बैंकों में एफडी में रकम इन्वेस्ट करते हैं. कई बैंक सीनियर सिटीजंस के FD Investment को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें .50 फीसदी ज्यादा ब्याज भी देते हैं.
अगर आप भी अपनी रिटायरमेंट पूंजी को किसी सुरक्षित जगह पर निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं, तो इस बार बैंक एफडी की जगह पर पोस्ट ऑफिस की स्कीम में निवेश कीजिए. पोस्ट ऑफिस में वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक खास स्कीम चलाई जाती है, जिसका नाम है वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (Senior Citizen Savings Scheme). इस स्कीम में उन्हें अच्छा खासा ब्याज दिया जाता है, जिसकी मदद से सीनियर सिटीजंस अपनी जमापूंजी को तेजी से बढ़ा सकते हैं.
5 साल के लिए जमा की जाती है रकम
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना एक डिपॉजिट स्कीम है. इसमें 5 साल के लिए रकम जमा की जाती है. कोई भी व्यक्ति जिसकी उम्र 60 साल या इससे ज्यादा है, वो निवेश कर सकता है. वहीं वीआरएस लेने वाले सिविल सेक्टर के सरकारी कर्मचारियों और डिफेंस से रिटायर होने वाले लोगों को कुछ शर्तों के साथ उम्र सीमा में छूट दी जाती है.
8.2 फीसदी ब्याज और टैक्स छूट भी
SCSS में मौजूदा समय में 8.2 फीसदी के हिसाब से ब्याज मिल रहा है. वरिष्ठ नागरिक इस स्कीम में अधिकतम 30,00,000 रुपए तक निवेश कर सकते हैं, वहीं न्यूनतम निवेश की सीमा 1000 रुपए है. इस स्कीम में जमा राशि पर तिमाही आधार पर ब्याज दिया जाता है. 5 साल बाद स्कीम मैच्योर हो जाती है. अगर आप इस स्कीम का फायदा 5 साल बाद भी जारी रखना चाहते हैं, तो जमा राशि मैच्योर होने के बाद खाते की अवधि तीन साल के लिए बढ़ा सकते हैं. इसे मैच्योरिटी के 1 साल के भीतर बढ़ाया जा सकता है. एक्सटेंडेट खाते पर मैच्योरिटी की तारीख पर लागू दर पर ब्याज मिलता है. SCSS में सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ मिलता है.
ऐसे बनेंगे 15 लाख के ₹21,15,000
अगर आप अपनी जमा पूंजी को तेजी बढ़ाना चाहते हैं तो ये स्कीम बेहतर विकल्प साबित हो सकती है. इस स्कीम में अपनी जमा पूंजी में से अगर आप 15 लाख रुपए 5 साल के लिए जमा करते हैं तो मौजूदा ब्याज दर 8.2 फीसदी के हिसाब से आपको 5 सालों में ₹6,15,000 सिर्फ ब्याज के तौर पर मिलेंगे. तिमाही आधार पर ब्याज की गणना करें तो ये ₹30,750 रुपए होगा. इस तरह 5,00,000 और ब्याज की रकम 6,15,000 को जोड़कर कुल 21,15,000 रुपए मैच्योरिटी अमाउंट के तौर पर मिलेंगे.