Post office की इस स्कीम में सरकारी बैंकों के एफडी रेट से ज्यादा मिल रहा है ब्याज, जानें सबकुछ
Post office : पोस्टऑफिस के इस सेविंग स्कीम में ब्याज दर की तिमाही आधार पर सरकार समीक्षा करती है. आरडी अकाउंट को महज 10 रुपये की राशि से भी खोला जा सकता है.
अभी हाल में कई बैंकों ने एफडी पर ब्याज घटा दिए. ऐसे में कई बैंकों के एफडी के प्रति निवेशकों में थोड़ी मायूसी देखी गई. लेकिन स्मॉल सेविंग स्कीम में बेहतर रिटर्न पाने के लिए पोस्ट ऑफिस में एक खास निवेश विकल्प है रेकरिंग डिपॉजिट. आपको बता दें, indiapost.gov.in पर दी गई जानकारी के मुताहिक, रेकरिंग डिपॉजिट (आरडी) में आपको 7.2 प्रतिशत का ब्याज मिलता है. पोस्टऑफिस के इस सेविंग स्कीम में ब्याज दर की तिमाही आधार पर सरकार समीक्षा करती है. यहां जानते हैं आरडी से जुड़ी वो खास बातें.
- एक प्रकार का फिक्स्ड डिपॉजिट है. रेकरिंग डिपॉजिट निवेशक को एक निश्चित अंतराल में राशि निवेश करने का विकल्प देती है. फिक्स्ड डिपॉजिट में एक निश्चित जमा राशि होती है जिसपर तय समय में निश्चित रिटर्न हासिल होता है. रेकरिंग डिपॉजिट में निवेशक हर महीने पैसा डाल सकता है.
- पोस्ट ऑफिस में आप आरडी अकाउंट नकद के साथ-साथ चेक से भी खोल सकते हैं. चेक के मामले में, जमा की तारीख इंडिया पोस्ट के अनुसार चेक की प्रस्तुति की तारीख है.
- पोस्ट ऑफिस में आप जितना चाहें रेकरिंग डिपॉजिट अकाउंट खोल सकते हैं.
- कोई भी नाबालिग के नाम से भी अकाउंट खोला जा सकता है. 10 वर्ष और उससे अधिक आयु का नाबालिग खाता खोल सकता है और उसे चला सकता है.
- पोस्ट ऑफिस में खोला गए आरडी अकाउंट पांच साल में मेच्योर होता है. इसके बावजूद, इसे साल-दर-साल के आधार पर अगले पांच साल तक जारी रखा जा सकता है.
- आरडी अकाउंट को महज 10 रुपये की राशि से भी खोला जा सकता है. इसे 5 रुपये के गुणक में प्रति माह किसी भी राशि के साथ खोल सकते हैं.
- पोस्ट आरडी अकाउंट में निवेश राशि की कोई अधिकतम सीमा नहीं है.
- इस आरडी अकाउंट में आप एक साल के बाद बैलेंस अमाउंट का 50 प्रतिशत तक हिस्सा निकाल सकते हैं.
- इंडिया पोस्ट के अनुसार, मासिक जमा को महीने के किसी भी दिन जमा कर सकते हैं. मासिक किस्त का भुगतान न करने पर डिफॉल्ट हो जाता है. ऐसे में आप को हर पांच रुपये पर पांच पैसे का डिफ़ॉल्ट फीस देना पड़ता है. अगर किसी भी आरडी खाते में मासिक डिफ़ॉल्ट राशि है, तो जमाकर्ता को पहले डिफ़ॉल्ट फीस के साथ तय मासिक जमा का भुगतान करना होगा और फिर वर्तमान महीने के जमा का भुगतान करना होगा.