Investment Tips: इस साल गोल्ड चमकाएगा पोर्टफोलियो, 10 हजार के निवेश में कम से कम कितना सोना रखें?
Written By: ज़ीबिज़ वेब टीम
Fri, Jan 06, 2023 03:17 PM IST
Investment Tips: राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (NSO) की तरफ से आज चालू वित्त वर्ष यानी 2022-23 के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान जारी किया जाएगा. रिजर्व बैंक पहले ही इस अनुमान को 7 फीसदी से घटाकर 6.8 फीसदी कर दिया है. फाइनेंस और इकोनॉमी के जानकारों के मुताबिक, साल 2023 ग्लोबल इकोनॉमी के लिए कठिन रहने वाला है. महंगाई का खतरा थोड़ा कम हुआ है, लेकिन अब मंदी का खतरा बढ़ रहा है. इन संभावित खतरों के बीच अपने निवेश को लेकर सही फैसला लेना स्मार्ट डिसिजन होगा. जब-जब मंदी का खतरा बढ़ता है, गोल्ड के प्रति क्रेज बढ़ता है और निवेशक इसकी तरफ आकर्षित होते हैं.
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Gold investment in 2023
Investment Tips: रुंगटा सिक्योरिटीज के CEO हर्षवर्धन रुंगटा ने कहा कि 2023 में सोने से अच्छी कमाई कर सकते हैं. मंदी के संभावित खतरे के बीच सोने में सुरक्षित निवेश की मांग बढ़ेगी. ऐसे में निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो का 10-15% सोने में निवेश कर सकते हैं. अगर आपका पोर्टफोलियो 1 लाख रुपए का है तो गोल्ड में 10-15 हजार तक का एक्सपोजर जरूर रखें. यह पोर्टफोलियो को बैलैंस रखेगा. 2022 में गोल्ड ने करीब 15 फीसदी का रिटर्न दिया था. कोटक सिक्यॉरिटीज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2023 में सोना 60 हजार रुपए प्रति दस ग्राम तक पहुंच सकता है. वर्तमान में यह 55400 रुपए के स्तर पर है. अब सवाल उठता है कि गोल्ड में निवेश किस तरह कर सकते हैं.
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Gold Investment
गोल्ड में निवेश करने के चार प्रमुख रास्ते हैं. फिजिकल गोल्ड खरीद सकते हैं. इसके अलावा डिजिटल गोल्ड, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड और गोल्ड ETF को भी खरीदने की सुविधा है. अगर आप फिजिकल गोल्ड खरीदते हैं तो इसका फायदा ये है कि यह सीक्रेट बाइंग होती है और लेनदेन कैश में भी किया जा सकता है. इसे ट्रेस करना मुश्किल होता है. इसके अलावा यह बहुत ज्यादा लिक्विड होता है. हालांकि, प्योरिटी को लेकर धोखा हो सकता है. ज्वैलरी बनाने पर मेकिंग चार्ज 35 फीसदी तक होता है. बेचने पर 3 फीसदी का जीएसटी लगता है. ये इसके नुकसान हैं.
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Gold ETF पर किसी तरह का टैक्स नहीं
गोल्ड ETF पेपर गोल्ड में निवेश करने का सबसे अच्छा तरीका है. यह ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड है जिसमें एक गोल्ड ईटीएफ यूनिट एक ग्राम सोने के बराबर होता है. गोल्ड में निवेश के साथ ही स्टॉक में निवेश की सुविधा मिलती है. गोल्ड ETF को शेयर की तरह बीएसई और एनएसई पर खरीद-बेचा जा सकता है. इसमें स्टोरेज का झंझट नहीं है. प्योरिटी की गारंटी है. इसमें 99.5 फीसदी गोल्ड बार प्योरिटी की गारंटी मिलती है. जीएसटी, ट्रांजैक्शन टैक्स या VAT जैसा कोई टैक्स नहीं लगता है. लोन के लिए इसका इस्तेमाल कोलैट्रल के रूप में किया जा सकता है. लिक्विडिटी की बात करें तो ट्रांजैक्शन के अगले दिन अकाउंट में पैसे आ जाते हैं. नुकसान की बात करें तो फिजिकल गोल्ड की तरह ही टैक्स का नियम लागू होता है. 3 साल से पहले शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन और उसके बाद लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगता है.
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