New Wage Code: कुल CTC की 70.4% सैलरी इन हैंड होगी, 6.6% टैक्स कटेगा, हर साल जमा होगा ₹3 लाख रिटायरमेंट फंड
Salary Structure in new wage code: न्यू वेज कोड अभी तक लागू नहीं हुए हैं. लेकिन, इसमें होने वाले बदलावों की चर्चा काफी समय से है. खासकर सैलरी स्ट्रक्चर को लेकर माहौल टाइट है. इन हैंड सैलरी कम होगी, रिटायरमेंट सेविंग्स बढ़ेंगी और टैक्स भी मोटा कटेगा. ऐसी कई बातें हैं. लेकिन, स्ट्रक्चर को समझना पर कुछ और ही पता चलता है.
New Wage code: इन हैंड सैलरी घट जाएगी, बेसिक के 50 फीसदी होने से टैक्स ज्यादा कटेगा, अलाउंस का पैसा कम हो जाएगा... ऐसी कई बातें आपने सुनी होंगी, जब बात न्यू वेज कोड की होगी. अभी तक लागू नहीं हुआ है. लेकिन, बेसिक जानकारियों के आधार पर माना गया है कि नौकरी करने वालों की जेब पर असर पड़ेगा. न्यू वेज कोड लागू होने की तारीख अभी तक सामने नहीं आई है. लेकिन, इसकी चर्चा पिछले दो साल से हो रही है. ये तय है कि इसके लागू होने पर आपकी सैलरी में बदलाव होगा. लेकिन, सैलरी स्ट्रक्चर में कैसे क्या होगा इसे समझना जरूरी है.
क्या है न्यू वेज में सैलरी को लेकर बवाल?
केंद्र सरकार ने 29 श्रम कानूनों (labour law) को जोड़कर 4 कोड्स (new labour codes) बनाए हैं. इन्हें न्यू वेज कोड का नाम दिया है. वेज कोड में ये प्रावधान है कि कंपनियां अपने कर्मचारियों को जो सैलरी देंगी, उसमें बेसिक सैलरी का हिस्सा कुल सैलरी (CTC) के 50 फीसदी होगा. मौजूदा वक्त में बेसिक सैलरी 30-35% के बीच होती है. अभी के स्ट्रक्चर में रीइंबर्समेंट (अलाउंस) वाला हिस्सा ज्यादा होता है. इसमें लीव ट्रैवल अलाउंस (LTA), ओवरटाइम और कन्वियांस (Conveyance allowance) जैसे भत्ते होते हैं.
अपने सैलरी स्ट्रक्चर को कैसे समझें?
मान लीजिए कि एक नौकरी करने वाले किसी एम्प्लॉई की मंथली सीटीसी (Cost to Company) 1.5 लाख रुपए यानी सालाना पैकेज 18 लाख रुपए का है और आप सेक्शन 80C के तहत निवेश पर अधिकतम टैक्स 1.50 लाख रुपए की छूट ले सकते हैं. अगर कंपनी आपको सेक्शन 80CCD(2) के तहत नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) का फायदा दे रही है तो नियम के मुताबिक, बेसिक सैलरी का 10% NPS में जाता है और वह टैक्स फ्री होता है.
अब समझिए कैसे मिलता है इन हैंड पैसा
मौजूदा सैलरी स्ट्रक्चर में बेसिक सैलरी CTC का 32% है. इस लिहाज से 1.50 लाख की मंथली CTC में बेसिक सैलरी 48,000 रुपए होगी. फिर 50 प्रतिशत यानी 24,000 रुपए HRA तो NPS में बेसिक (48,000 रुपए) का 10% यानी, 4,800 रुपए जाएगा. बेसिक सैलरी का 12% प्रॉविडेंट फंड (PF) में जाता है तो 5,760 रुपए हर महीने EPF में जाएंगे. इस तरह आपकी मंथली 1.50 लाख रुपए की CTC में 82,560 रुपए हो गए. मतलब है कि बाकी 67,440 रुपए अन्य मदों के जरिए दिए जा रहे हैं. इनमें स्पेशल अलाउंस, फ्यूल ऐंड ट्रांसपोर्ट, फोन, अखबार और किताबें, सालाना बोनस में मासिक हिस्सेदारी, ग्रेच्युटी जैसे कंपोनेंट शामिल हैं.
मौजूदा सैलरी स्ट्रक्चर में किसका कितना हिस्सा
इनकम | मंथली | सालाना |
बेसिक सैलरी | 48,000 रुपए | 5,76,000 रुपए |
HRA | 24,000 रुपए | 2,88,000 रुपए |
स्पेशल अलाउंस | 37,636 रुपए | 4,51,632 रुपए |
PF कंट्रीब्यूशन | 5,760 रुपए | 69,120 रुपए |
NPS कंट्रीब्यूशन | 4,800 रुपए | 57,600 रुपए |
फ्यूल एंड ट्रांसपोर्ट | 16,000 रुपए | 1,92,000 रुपए |
फोन | 2,000 रुपए | 24,000 रुपए |
अखबार-किताबें | 1,500 रुपए | 18,000 रुपए |
बोनस (सालाना) | 8,000 रुपए | 96,000 रुपए |
ग्रेच्युटी | 2,304 रुपए | 27,648 रुपए |
कुल सैलरी | 1,50,000 रुपए | 18,00,000 रुपए |
कितनी होगी इन हैंड सैलरी, कितना कटेगा टैक्स?
- आपकी कुल CTC में से 1.10 लाख रुपए टैक्स बनेगा. मतलब CTC का सिर्फ 6.14 फीसदी टैक्स में जाएगा.
- टेक होम सैलरी 1.14 लाख रुपए होगी. कुल CTC का 76.1 फीसदी इन हैंड सैलरी है.
- रिटायरमेंट सेविंग्स- 1.96 लाख रुपए, CTC का कुल 10.9 फीसदी.
न्यू वेज कोड के लागू होने पर सैलरी स्ट्रक्चर
इनकम | मंथली | सालाना |
बेसिक सैलरी | 75,000 रुपए | 9,00,000 रुपए |
HRA | 37,500 रुपए | 4,50,000 रुपए |
स्पेशल अलाउंस | - | - |
PF कंट्रीब्यूशन | 9,000 रुपए | 1,08,000 रुपए |
NPS कंट्रीब्यूशन | 7,500 रुपए | 90,000 रुपए |
फ्यूल एंड ट्रांसपोर्ट | 10,000 रुपए | 1,20,000 रुपए |
फोन | 1,000 रुपए | 12,000 रुपए |
अखबार-किताबें | 1,000 रुपए | 12,000 रुपए |
बोनस (सालाना) | 5,400 रुपए | 64,800 रुपए |
ग्रेच्युटी | 3,600 रुपए | 43,200 रुपए |
कुल सैलरी | 1,50,000 रुपए | 18,00,000 रुपए |
नए स्ट्रक्चर में क्या-क्या बदलेगा, किस हिस्से में कितना पैसा?
- आपकी कुल CTC में से 1.19 लाख रुपए टैक्स बनेगा. मतलब CTC का 6.6 फीसदी टैक्स.
- टेक होम सैलरी- 1.06 लाख रुपए, CTC का 70.4 फीसदी.
- रिटायरमेंट सेविंग्स- 3.06 लाख रुपए, CTC का कुल 17 फीसदी.
- नए स्ट्रक्चर में आपकी एनुअल रिटायरमेंट सेविंग 3.06 रुपए (CTC का 17%) होगी जो पहले 1.96 लाख रुपए (CTC का 10.9%) थी. मतलब, नए स्ट्रक्चर में आपकी एनुअल रिटायरमेंट सेविंग 1.10 लाख रुपए बढ़ जाएगी.
HRA में बढ़ेगा टैक्स का बोझ
नए नियम के मुताबिक, मान लीजिए सालाना बेसिक सैलरी 9 लाख रुपए होगी तो HRA 4,50,000 रुपए हो जाएगा. लेकिन, आपको छूट 2,42,400 रुपए पर ही टैक्स छूट मिलेगी. मतलब 2,07,600 रुपए पर टैक्स देना होगा. पहले आपको HRA के मद में मिल रहे सिर्फ 45,600 रुपए पर टैक्स देना होता था. नए सैलरी स्ट्रक्चर में HRA पर टैक्स में भारी बढ़ोतरी होने जा रही है. अगर आप एनुअल CTC पर टैक्स की तुलना करेंगे तो अभी आपको 1.10 लाख (कुल CTC का 6.1%) टैक्स देना होता है, जो नए स्ट्रक्चर में 1.19 लाख रुपए (कुल CTC का 6.6%) टैक्स देना होगा.
ऐसे बढ़ेगी आपकी इन हैंड सैलरी
नए स्ट्रक्चर में आपकी टेक होम सैलरी घट जाएगी. लेकिन, आप चाहते हैं इसका कुछ विकल्प निकाला जाए तो आपके पास एक रास्ता है. आप NPS को छोड़ सकते हैं, क्योंकि उसमें पैसे डालना या नहीं डालना, आपकी मर्जी पर निर्भर करता है. EPF के साथ ऐसा नहीं है, EPF में आपकी बेसिक सैलरी का 12% तो देना ही होता है. अगर आपने NPS को छोड़ा तो आपका सैलरी स्ट्रक्चर कुछ इस तरह हो सकता है-
इनकम | मंथली | सालाना |
बेसिक सैलरी | 75,000 रुपए | 9,00,000 रुपए |
HRA | 37,500 रुपए | 4,50,000 रुपए |
स्पेशल अलाउंस | 2,400 रुपए | 28,800 रुपए |
PF कंट्रीब्यूशन | 9,000 रुपए | 1,08,000 रुपए |
NPS कंट्रीब्यूशन | - | - |
फ्यूल एंड ट्रांसपोर्ट | 16,000 रुपए | 1,92,000 रुपए |
फोन | 2,000 रुपए | 24,000 रुपए |
अखबार-किताबें | 1,500 रुपए | 18,000 रुपए |
बोनस (सालाना) | 3,000 रुपए | 36,000 रुपए |
ग्रेच्युटी | 3,600 रुपए | 43,200 रुपए |
कुल सैलरी | 1,50,000 रुपए | 18,00,000 रुपए |
यहां कितना बनेगा टैक्स और इन हैंड सैलरी?
- आपकी कुल CTC में से 1.19 लाख रुपए टैक्स बनेगा. मतलब CTC का 6.6 फीसदी टैक्स.
- टेक होम सैलरी- 1.15 लाख रुपए, CTC का 77 फीसदी.
- रिटायरमेंट सेविंग्स- 2.16 लाख रुपए, CTC का कुल 12 फीसदी.
- नए स्ट्रक्चर में NPS छोड़ने पर आपकी कुल टेक होम सैलरी 1.15 रुपए (CTC का 77%) होगी, जो पहले 1.06 लाख रुपए (CTC का 70.4% थी. वहीं, इसमें टैक्स उतना ही नहीं रही. लेकिन, रिटायरमेंट सेविंग्स 2.16 लाख रुपए (12% होगी), जो पहले 3.06 लाख रुपए (CTC का 17%) थी.
क्या है सैलरी स्ट्रक्चर का पूरा लब्बोलुआब?
ऊपर 3 स्ट्रक्चर दिखाए गए हैं...
आप चाहें तो आप अपनी टेक होम सैलरी को अभी के जैसे बरकरार रख सकते हैं, लेकिन टैक्स बढ़ेगा. हालांकि, एनुअल रिटायरमेंट सेविंग्स बढ़ जाएगी.
मौजूदा सैलरी स्ट्रक्चर में टेक होम सैलरी 1.14 लाख रुपए है, लेकिन नए स्ट्रक्चर में टेक होम सैलरी घटकर 1.08 लाख रुपए होगी. अगर NPS का ऑप्शन छोड़ते हैं तो यह बढ़कर 1.15 लाख रुपए हो जाएगी. पहले स्ट्रक्चर में टैक्स 1.10 लाख रुपए (CTC का 6.14%) देना होता है. नए स्ट्रक्चर में यह बढ़कर 1.19 लाख रुपए (CTC का 6.6%) होगा. NPS छोड़ने पर भी टैक्स में कोई असर नहीं पड़ेगा और आपको 1.19 लाख रुपए ही देने होंगे. रिटायरमेंट सेविंग 1.96 लाख रुपए (CTC का 10.9%) है, जो नए स्ट्रक्चर में बढ़कर 3.06 लाख रुपए (CTC का 17%) हो जाएगी. NPS छोड़ने पर रिटायरमेंट सेविंग 1.96 लाख रुपए की जगह 2.16 लाख रुपए (CTC का 12%) हो जाएगी. ऐसे में आपकी टेक होम सैलरी बढ़ जाएगी.