यदि आपको अचानक से कैश की जरूरत पड़ जाती है और आपके पास म्यूचुअल फंड है तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है. आप बना अपने म्यूचुअल फंड को बेचे भी कैश प्राप्त कर सकते हैं. इसके लिए आपको किसी बैंक या एनबीएफसी से इन म्यूचुअल फंड्स के बदले लोन लेना होगा. आइये जानते हैं म्यूचुअल फंड लेने कैसे लें और क्या हैं इसके फायदे

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1. म्यूचुअल फंड के बदले ऐसे मिलेगा लोन

म्यूचुलअ फंड यूनिट्स के बाजार मूल्य का 60% तक लोन मिल सकता है. इसके लिए म्यूचुअल फंड यूनिट्स बेचने की भी जरूरत नहीं है. वहीं ऐसे में लोन के लिए लम्बा इंतजार भी नहीं करना होता है. अधिकांश बैंक और NBFCs म्यूचुअल फंड पर लोन देते हैं.

2. ऐसे मिलेगा लोन

म्यूचुअल फंड पर लोन लेने के लिए आपको बैंक या NBFC में म्यूचुअल फंड के बदले लोन के लिए आवेदन करना होगा. लोन देने के पहले बैंक या NBFC आपके म्यूचुअल फंड की यूनिट्स को गिरवी रख लेते हैं. यूनिट्स के बाजार मूल्य के आधार पर आपको लोन दिया जाता है. लोन देते समय रिस्क का भी ध्यान रखा जाता है. 

3. म्यूचुअल फंड के बदले लोन लेने का क्या है फायदा

म्यूचुअल फंड के बदले लोन लेने पर आपको यूनिट्स को बेचना नहीं होता है. छोटी अवधि में पैसों की जरूरत पूरी होती है. बेकार पड़े म्यूचुअल फंड निवेश का लाभ मिलता है. ब्याज का भुगतान लिक्विड फंड पर कमाई से कम होगा. म्यूचुलअ फंड पर लोन लेने पर ब्याज का बहुत कम बोझ आप पर होगा. पर्सनल लोन के मुकाबले म्यूचुअल फंड पर लिए गए कर्ज पर ब्याज की दर काफी कम होती है.

4. जानिए कितना देना होगा ब्याज

म्यूचुलअ फंड पर लोन लेने पर 10-12% की दर से ब्याज चुकाना होगा. लोन के लिए आपको 0.5-0.75% की दर से प्रोसेसिंग फीस भी देनी होगी.

5. कर्ज नहीं चुकाने पर क्या होगा?

यदि आपने म्यूचुअल फंड पर लोन लिया है और आप कर्ज नहीं चुका पा रहे हैं तो बैंक आपनी यूनिट्स को बेच देगा और अपने कर्ज की भरपाई कर लेगा. यदि अतिरिक्त पैसा बचता है तो वो आपको दिया जा सकता है. बैंक म्यूचुअल फंड बेचने के पहले इसके बारे में ग्राहक से अनुमति भी लेगा.

6. यदि आप लोन चुका देते हैं तो क्या होगा

यदि आप म्यूचुअल फंड पर लिया गया लोन चुका देते हैं आपकी यूनिट्स गिरवी नहीं रहेंगी. बैंक या वित्तीय कंपनी फंड हाउस की ओर से कर्ज चुकाए जाने की सूचना मिलते ही फंड हाउस उन यूनिट्स को फ्री कर देगा.

7. इन बातों का रखें ख्याल

म्यूचुअल फंड यूनिट के बदले लोन लेना अन्य लोन की तुलना में आसान है.

पैसे की ज्यादा जरूरत होने पर ही लोन लेना सही है.

इस पर बैंक 10-11% की दर से ब्याज वसूलते हैं.

रिटर्न अगर 8-10% है तो नुकसान हो सकता है.

पैसा चुकाने तक म्यूचुअल फंड बेच नहीं सकते हैं.