Top 3 Mid Cap funds: इक्विटी म्‍यूचुअल फंड्स (Equity Mutual Funds) में इस साल अप्रैल में इनफ्लो करीब 68 फीसदी (QoQ) घटकर 6480 करोड़ रुपये रह गया. जबकि, डेट म्‍यूचुअल फंड्स (Debt Mutual Funds) में निवेश 1 लाख करोड़ के पार पहुंच गया. इक्विटी फंड्स में सबसे ज्‍यादा इनफ्लो स्‍मालकैप फंड्स में 2,182 करोड़ रुपये रहा. इसके बाद मिडकैप फंड्स निवेशकों की पसंद बने रहे. इस कैटेगरी में 1,791 करोड़ का इनफ्लो हुआ. इक्विटी फंड्स की इस कैटेगरी की कई स्‍कीम्‍स में निवेशकों को लॉन्‍ग टर्म में अच्‍छा खासा रिटर्न मिला है. अगर मिड कैप फंड्स में टॉप 3 स्कीम्‍स को देखा जाए, तो इनमें काफी अच्‍छा वेल्‍थ क्रिएशन हुआ है. इनमें से 5000 रुपये मंथली SIP से 5 साल में 5 लाख से ज्‍यादा का फंड बन गया. 

Top 3 Mid Cap Funds 

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Quant Mid Cap Fund

क्‍वांट मिड कैप फंड ने बीते 5 साल में 26.62% सालाना रिटर्न दिया है. इस स्‍कीम में 5000 मंथली SIP की वैल्‍यू 5 साल में 5.78 लाख रुपये है. इस स्कीम में 5,000 रुपये के साथ निवेश किया जा सकता है. वहीं, मिनिमम 1,000 रुपये की SIP से भी इस स्‍कीम में निवेश शुरू कर सकते हैं.

 PGIM India Midcap Opportunities Fund 

PGIM इंडिया मिडकैप अपॉर्च्‍युनिटी फंड ने बीते 5 साल में 25.4% सालाना रिटर्न दिया है. इस स्‍कीम में 5000 मंथली SIP की वैल्‍यू 5 साल में 5.61 लाख रुपये है. इस स्कीम में 5,000 रुपये के साथ निवेश किया जा सकता है. वहीं, मिनिमम 1,000 रुपये की SIP से भी इस स्‍कीम में निवेश शुरू कर सकते हैं.

Motilal Oswal Midcap Fund

मोतीलाल ओसवाल मिडकैप फंड ने बीते 5 साल में 23.66% सालाना रिटर्न दिया है. इस स्‍कीम में 5000 मंथली SIP की वैल्‍यू 5 साल में 5.38 लाख रुपये है. इस स्कीम में 500 रुपये के साथ निवेश किया जा सकता है. वहीं, मिनिमम 500 रुपये की SIP से भी इस स्‍कीम में निवेश शुरू कर सकते हैं.

(नोट: एनएवी: 12 मई 2023, सोर्स: एम्‍फी) 

Mid Cap Funds: निवेशक लट्टू

मिड कैप फंड्स (Mid Cap Funds) म्‍यूचुअल फंड की एक कैटेगरी है. यह एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है. मिडकैप फंड मिड साइज की कंपनियों में पैसा लगाते हैं. ये मिड साइज के कॉरपोरेट हैं जो लार्ज और स्मॉल कैप शेयरों के बीच आते हैं. बुल मार्केट के दौरान लार्ज कैप म्यूचुअल फंड मिड और स्मॉल कैप फंड दोनों से बेहतर प्रदर्शन करते हैं. इस स्‍कीम में 65-70% निवेश मिडकैप (mid cap fund) कंपनियों में होता है. बाकी निवेश डेट, सिक्योरिटी बॉन्ड, लार्जकैप में किया जाता है. पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन के लिए अच्छा ऑप्‍शन है. 

एसोसिएशन ऑफ म्‍यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल 2023 में इक्विटी फंड्स इनफ्लो 68 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई. इक्विटी फंड्स में अप्रैल में कुल 6,480 करोड़ रुपये का निवेश आया. बावजूद इसके मिडकैप फंड्स निवेशकों की पसंद बने रहे.

आंकड़ों के मुताबिक, इस साल लगातार चौथे महीने मिड कैप फंड्स में निवेश आया. अप्रैल में मिडकैप फंड्स में 1791 करोड़, मार्च में 2,129 करोड़, फरवरी में 1,817 करोड़ और जनवरी 2023 में 1,628 करोड़ का इनफ्लो हुआ था. पूरे इक्विटी फंड्स में मार्च के दौरान 20,534 करोड़ रुपये का इनफ्लो दर्ज किया गया था. टोटल असेट अंडर मैनेजमेंट 41.61 लाख करोड़ रुपये का रहा. मार्च में यह 39.42 लाख करोड़ रुपये का था.

(डिस्‍क्‍लेमर: म्‍यूचुअल फंड्स में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. यहां निवेश की सलाह नहीं है. फंड्स के प्रदर्शन की डीटेल है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.) 

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