Mutual Funds exit load: अगर आप म्‍यूचुअल फंड में निवेश शुरू करने वाले हैं तो पहले आपको इसके बारे में जरूर जान लेना चाहिए. जब आप म्‍यूचुअल फंड में पैसे लगाते हैं तब उस वक्‍त जो फीस आपसे ली जाती है, उसे म्‍यूचुअल फंड इंट्री लोड कहा जाता है. इसी तरह, जब आप म्‍यूचुअल फंड स्‍कीम से बाहर निकल रहे होते हैं, तो उस समय आपको एक फीस देनी होती है जिसे एग्जिट लोड (Exit Load) कहा जाता है. म्यूचुअल फंड में एकमुश्त या हर महीने एक तय छोटी रकम के जरिये निवेश किया जाता है.म्‍यूचुअल फंड में निवेश पर भी बाजार के उतार-चढ़ाव का असर होता है. इसलिए,अपनी जोखिम उठाने की क्षमता और लक्ष्‍य को देखते हुए निवेश का फैसला करना चाहिए.   

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्या एग्जिट लोड सभी स्कीम में समान हैं?

यूटीआई म्यूचुअल फंड के मुताबिक, एक्जिट लोड म्यूचुअल फंड रिडेम्पशन यानी तय समय से पहले निवेशक जब स्कीम से बाहर निकल जाता है तो एग्जिट लोड चार्ज के तौर पर निवेशक से लिया जाता है. स्कीम से बाहर निकलने वाले निवेशकों से लिया गया कोई भी एक्जिट लोड म्यूचुअल फंड स्कीम में ही क्रेडिट हो जाता है और म्यूचुअल फंड हाउस के मुनाफे का हिस्सा नहीं बनता है. 

ऐसा कुछ नहीं है कि एग्जिट लोड सभी म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) स्कीम पर एक ही रेशियो में लागू होता है. कुछ म्यूचुअल फंड स्कीम दो साल तक की निवेश अवधि तक एग्जिट लोड लगा सकती हैं, जबकि कुछ स्कीम सिर्फ सात दिनों की निवेश अवधि तक एग्जिट लोड (exit load in Mutual Fund) लगा सकती हैं. कई स्कीम्स निवेशक से कोई एक्जिट लोड नहीं भी लेती हैं.

कैसे कैलकुलेट होता है एग्जिट लोड

म्‍यूचुअल फंड (Mutual Funds) में निवेश से बाहर निकलने पर चार्ज के तौर पर लगने वाले इस एग्जिट लोड के कैलकुलेशन का एक तरीका है. एग्जिट लोड का कैलकुलेशन नेट एसेट वैल्यू (NAV) पर एग्जिट लोड परसेंटेज को गुणा करके की जाती है,जिसे बाद में एनएवी से घटाकर रिडेम्पशन के लिए लागू हो जाता है. NAV म्यूचुअल फंड यूनिट की वैल्‍यू होती है. 

समय से पहले एग्जिट करने पर लोड कितना

एग्जिट लोड (Exit Load) को ऐसे समझा जा सकता है, जैसे अगर कोई निवेशक किसी म्यूचुअल फंड स्कीम (Mutual Funds Schemes) में साल के शुरू यानी जनवरी 2022 में 30 हजार रुपये निवेश करता है. साथ ही स्कीम से निवेशक के एक साल पूरा होने से पहले स्कीम से बाहर निकलने पर एग्जिट लोड (exit load in Mutual Fund) 1 प्रतिशत है और एनएवी 100 है तो इसका मतलब है कि निवेशक के पास 300 यूनिट है.  अब अगर निवेशक पांचवें महीने ही स्कीम से बाहर जाता है तो कैलकुलेशन के मुताबिक, उसे आखिरी कुल राशि उसकी निवेश वैल्यू 30 हजार रुपये नहीं बल्कि, 26,730 रुपये मिलेंगे.