₹100 से नई स्कीम में निवेश शुरू करने का मौका, लॉन्ग टर्म में बनेगी वेल्थ; 4 दिसंबर तक खुला है NFO
DSP Mutual Fund NFO: DSP म्यूचुअल फंड इक्विटी सेगमेंट में नया सेक्टोरल/थिमैटिक फंड (NFO) लेकर आया है. NFO का सब्सक्रिप्शन 20 नवंबर से खुल गया है. निवेशक 4 दिसंबर 2023 तक इस स्कीम के लिए आवेदन कर सकते हैं.
DSP Mutual Fund NFO: म्यूचुअल फंड हाउस DSP म्यूचुअल फंड (DSP Mutual Fund) इक्विटी सेगमेंट में नया सेक्टोरल/थिमैटिक फंड (NFO) लेकर आया है. फंड हाउस के एनएफओ DSP Banking & Financial Services Fund का सब्सक्रिप्शन 20 नवंबर से खुल गया है. निवेशक 4 दिसंबर 2023 तक इस स्कीम के लिए आवेदन कर सकते हैं. यह एक ओपन एंडेड स्कीम्स (Open ended scheme) है. इसमें निवेशक जब चाहें रिडम्प्शन करा सकते हैं. एसेट मैनेजमेंट कंपनी के मुताबिक लॉन्ग टर्म कैपिटल ग्रोथ में यह मददगार हो सकती है.
₹100 से शुरू कर सकते हैं निवेश
DSP म्यूचुअल फंड के मुताबिक, DSP Banking & Financial Services Fund में मिनिमम 100 रुपये और उसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में निवेश शुरू कर सकते हैं. इस फंड का बेंचमार्क NIFTY Financial Services TRI है. इस स्कीम में एग्जिट लोड जीरो है. धवल गाडा स्कीम के फंड मैनेजर हैं.
एसेट मैनेजमेंट कंपनी का कहना है कि इस ओपन एंडेड स्कीम में बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज स्पेस में लंबी अवधि के नजरिए से निवेश का मौका मिलता है. इसमें बैंकों के अलावा हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां, लाइफ इंश्योरेंस, नॉन-लाइफ इंश्योरेंस, एएमसी, एक्सचेंजज एंड डिपॉजिटीज जैसे NBFCs शामिल हैं.
DSP म्यूचुअल फंड के MD & CEO कल्पेन पारेख का कहना है, BFSI सेक्टर की कंपनियों को अन्य सेक्टर की तुलना में बड़ा मुनाफा होता है. बीमा कंपनियों, म्यूचुअल फंड, वेल्थ मैनेजमेंट कंपनियों, इंडस्ट्री को सपोर्ट देने वाले टेक प्लेटफॉर्म्स, पेमेंट्स और फिनटेक में डायवर्स बिजनेस के चलते प्रॉफिट पूल भी बढ़ रहा है. हम लंबे समय ग्रोथ देने वाले सेक्टर्स में पैसा जुटाना पसंद करते हैं, जब उनकी कीमतें गिर रही हों या कंसॉलिडेट हो रही हों. हाल के वर्षों में, BFSI सेक्टर के शेयरों में गिरावट आई है, जिससे निवेशक के लिए सुरक्षा का मार्जिन बढ़ गया है. ऐसे में बेहतर वैल्यूएशन पर हम यह NFO लॉन्च कर रहे हैं.
कौन कर सकता है निवेश
DSP म्यूचुअल फंड हाउस के मुताबिक, ऐसे निवेशक जो लंबी अवधि में कैपिटल ग्रोथ चाहते हैं, उनके लिए बेहतर ऑप्शन हो सकता है. इसमें बैंकिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनियों के इक्विटी और इक्विटी रिलेटेड इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश कर बेहतर रिटर्न जेनरेट करने का अवसर होगा. हालांकि, इस बात की कोई गारंटी नहीं कि स्कीम अपना मकसद हासिल कर लेगी. बाजार के वास्तविक मूवमेंट का असर स्कीम्स पर देखने को मिल सकता है.
(डिस्क्लेमर: यहां सिर्फ एनएफओ की जानकारी दी गई है. ये निवेश की सलाह नहीं है. म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)