बाजार की उठापटक में SIP निवेशक क्या करें? दमदार रिटर्न के लिए किन फंड्स के साथ एंट्री करना बेहतर, जानें एक्सपर्ट की राय
SIP Investment Strategy: AMFI की ओर से जारी सितंबर महीने के आंकड़ों के मुताबिक, सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) निवेश बढ़कर रिकॉर्ड 12,976 करोड़ रुपये हो गया. अगस्त के महीने में यह आंकड़ा 12,693 करोड़ रुपये था.
SIP Investment Strategy: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद म्यूचुअल फंड निवेशकों का भरोसा मजबूत बना हुआ है. खासकर, SIP निवेशक बाजार में लगातार बुलिश बने हुए हैं. AMFI की ओर से जारी सितंबर 2022 के डेटा के मुताबिक, पिछले महीने सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए निवेश बढ़कर रिकॉर्ड 12976 करोड़ रुपये हो गया. बाजार में हलचल के बावजूद SIP इनफ्लो के दम पर सितंबर में इक्विटी म्यूचुअल फंड में 14,077 करोड़ का निवेश आया. बढ़ती ब्याज दरों और ग्लोबल सेंटीमेंट्स के चलते आगे भी बाजार में उठपटक बने रहने की उम्मीद है. ऐसे में एक अहम सवाल है कि SIP निवेशकों को आगे कैसी स्ट्रैटजी बनानी चाहिए. वहीं, अगर नए निवेशक म्यूचुअल फंड्स में एंट्री करना चाहते हैं, उन्हें किन स्कीम्स के साथ कदम करना चाहिए.
एडलवाइज एसेट मैनेजमेंट कंपनी (EAML) के हेड (सेल्स) दीपक जैन का कहना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन अच्छा है. इसके साथ हमारी कंपनियां की परफॉर्मेंस भी बेहतर है और इसलिए लंबी अवधि में घरेलू इक्विटी में मजबूत रिटर्न मिल सकता है. उनका कहना है, ''SIP निवेशकों के लिए मेरा सुझाव होगा कि अगर उनका नजरिया 10 साल से ज्यादा का है, तो उन्हें मिडकैप फंड में निवेश करना चाहिए. वहीं, अगर उनका नजरिए 5-10 साल का है, तो लॉर्ज एंड मिडकैप फंड्स बेहतर ऑप्शन हो सकते हैं. इसके अलावा, एकमुश्त निवेश करने वाले एग्रेसिव हाइब्रिड या बैलेंस्ड एडवांटेज फंड्स में पैसा लगा सकते हैं.''
एसोसिएशन ऑफ रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स (ARIA) के वाइस-चेयरमैन विशाल धवन का कहना है, बाजार के इस उतार-चढ़ाव दौर अगर नए निवेशक म्यूचुअल फंड में एंट्री करना चाहते हैं, तो वे बैलेंस्ड एडवांटेज फंड्स जैसी कैटेगरी के साथ जा सकते हैं. हालांकि उन्हें इनमें अच्छे लॉन्ग टर्म ट्रैक रिकॉर्ड वाले फंड्स को देखना चाहिए. इसके अलावा, रुपी कॉस्ट एवरेजिंग का फायदा लेने के लिए SIP/ STP के जरिए घरेलू और इंटरनेशनल इंडेक्स फंड्स भी अच्छे ऑप्शन हो सकते है.
धवन का कहना है, बाजार में उठापटक के बावजूद SIP निवेशकों को घरेलू और इंटरनेशनल फंड्स दोनों में अपनी SIPs जारी रखनी चाहिए. मार्केट में उतार-चढ़ाव के चलते एसआईपी नहीं करनी चाहिए. क्योंकि मार्केट में अस्थिरता से ही SIP का फायदा निकलता है. साथ ही साथ मार्केट में ऊपरी स्तरों से गिरावट आने पर ज्यादा यूनिट खरीदनी चाहिए.
SIP: रिकॉर्ड इनफ्लो
AMFI की ओर से जारी सितंबर महीने के आंकड़ों के मुताबिक, सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) निवेश बढ़कर रिकॉर्ड 12,976 करोड़ रुपये हो गया. अगस्त के महीने में यह आंकड़ा 12,693 करोड़ रुपये था. एसआईपी इनफ्लो के चलते इक्विटी म्यूचुअल फंड निवेश में उछाल आया. सितंबर महीने में कुल इक्विटी इन्फ्लो 14,077 करोड़ रुपये रहा. अगस्त में यह आंकड़ा 5942 करोड़ रहा था. मंथली आधार पर इसमें 137 फीसदी का उछाल आया है.
AMFI के आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर महीने में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का टोटल असेट अंडर मैनेजमेंट 38.42 लाख करोड़ रुपये रहा. इसमें गिरावट दर्ज की गई है. अगस्त के महीने में यह 39.33 लाख करोड़ रहा था. सितंबर महीने में सेक्टोरल फंड्स में सबसे ज्यादा निवेश आया. इस सेगमेंट में कुल 4418 करोड़ रुपये का इनफ्लो हुआ. फ्लेक्सी कैप फंड्स में 2401 करोड़ और मिडकैप फंड्स में 2151 करोड़ का निवेश आया. ETF में इनफ्लो बढ़कर 10,808 करोड़ रुपये हो गया, जो अगस्त में 7416 करोड़ था.
(डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड में निवेश संबंधी सलाह एक्सपर्ट द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं है. म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें)