Multicap Fund: एक निवेशक के रूप में जो लंबी अवधि के लिए इक्विटी में निवेश करना चाहता है, डाइवर्सिफिकेशन ही लार्जकैप से लगातार बेहतर रिटर्न और मिड व स्मॉल कैप में बने मोमेंटम का लाभ उठाकर बेस्‍ट पाने का सबसे अच्छा तरीका है. ऐसे निवेशकों के लिए जो हर समय मार्केट में भागीदारी की तलाश में हैं, मल्टी कैप फंड (Multicap Fund) एक बेहतर विकल्‍प है. जैसा कि नाम से पता चलता है मल्टी कैप फंड, लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप कंपनियों में डाइवर्सिफाइड होता है. इस फंड में जरूरी नियम यह है कि लार्ज, मिड और स्मॉल कैप कंपनियों में से हर एक में 25% अलोकेशन जरूरी है. बचे 25% रकम को फंड मैनेजर द्वारा अपनी पसंद के आधार पर तीन मार्केट कैप में से किसी एक में निवेश करने की गुंजाइश होती है.

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मिरे एसेट इन्‍वेस्‍टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड फंड मैनेजर अंकित जैन का कहना है कि एक और डिफरेंसिएटिंग फैक्‍टर जो मल्टी कैप इंडेक्स (Multicap Indiex) और परिणामस्वरूप, मल्टी कैप फंड को विपरीत टेबल में लाता है, यह कहता है कि निफ्टी 500 इंडेक्स सेक्टोरल प्रतिनिधित्व है. यह फिर से तीनों मार्केट कैप सेग्मेंट के भीतर बेंचमार्क वेट्स को प्रबंधित करने के तरीके का परिणाम है. विशेष रूप से, जिन सेक्टर का प्रतिनिधित्व मुख्य रूप से मिड और स्मॉल कैप कंपनियों द्वारा किया जाता है, उन्हें मल्टी कैप इंडेक्स में अपेक्षाकृत अधिक वेट मिलता है और इसके विपरीत, जिन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व लार्ज कैप द्वारा किया जाता है, उन्हें निफ्टी 500 इंडेक्स की तुलना में अपेक्षाकृत कम वेट मिलता है. मल्टी कैप फंड मार्केट कैप डाइवर्सिफिकेशन के अलावा अधिक सेक्टोरल डाइवर्सिफिकेशन प्रदान करता है.

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मल्टीकैप फंड संतुलित निवेश 

एक निवेशक के दृष्टिकोण से, मल्टी कैप फंड एक बहुत ही संतुलित निवेश अनुभव प्रदान करने वाला विकल्प है, जिसमें रिटर्न लार्ज कैप फंड द्वारा दिए जाने वाले रिटर्न से बेहतर होता है. साथ ही इसमें मिड और स्मॉल कैप फंड की तुलना में अस्थिरता कम होती है. इस तरह से, अपनी जोखिम लेने की क्षमता और निवेश के लिए समय सीमा को देखते हुए, एक निवेशक जो इक्विटी के डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो में निवेश करना चाहता है और साथ ही लार्ज, मिड और स्मॉल कैप फंडों में अलग अलग निवेश करने की परेशानी से बचना चाहता है, वह मल्टी कैप फंड पर विचार कर सकता है.

एक ही फंड में निवेश करके, एक निवेशक अनुशासित तरीके से तीन अलग-अलग मार्केट कैप सेगमेंट में हिस्सा ले सकता है, क्योंकि अलोकेशन नियमित आधार पर रीबैलेंस होता है. इसमें एक बड़ा पॉजिटिव टैक्‍स एफिशिएंसी है, जो मल्टी कैप फंड अपने साथ लाते हैं, क्योंकि म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) द्वारा किए जाने वाले किसी भी पोर्टफोलियो रीबैलेंसिंग के लिए कोई टैक्‍स इंप्लीकेशंस नहीं होता है.

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अस्थिरता से बचता है SIP

इसके अलावा, एक निवेशक मल्टी कैप फंड में सिस्‍टमैटिक इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान (SIP) के जरिए निवेश कर किसी भी संभावित अस्थिरता से बच सकता है. मल्टी कैप फंड में एक SIP 50% लार्ज कैप, 25% मिड कैप और 25% स्मॉल कैप के निर्धारित अलोकेशन का लाभ प्रदान करता है और लंबी अवधि में बेहतर रिस्‍क एडजस्टेड रिटर्न देता है.

मल्टी कैप फंड (Multicap Fund) एक फंड मैनेजर के दृष्टिकोण से भी अलग है, क्योंकि मार्केट स्पेक्ट्रम में बेस्‍ट आइडिया यानी सर्वोत्तम विचारों के साथ आने के लिए यह फंड मैनेजर को तीन मार्केट कैप सेगमेंट में से प्रत्येक में अपना विश्वास जताने की अनुमति देता है.

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