How to make your Child Crorepati: हर मां-बाप अपने बच्चे के बेहतर भविष्य के बारे में फाइनेंशियल प्लानिंग करता है. इसमें एक बात हमेशा ध्यान रखने वाली होती है कि निवेश जितना जल्दी शुरू करें, उसका फायदा उतना ही जल्दी मिलता है. अगर अच्छी स्ट्रैटजी के साथ इन्वेस्टमेंट शुरू करें तो बच्चे के एडल्ट यानी 18 साल की उम्र पूरी होते ही उसके लिए 1 करोड़ रुपये का एक बड़ा कॉपर्स तैयार कर सकते हैं. 18 साल की उम्र बच्चे के करियर के लिए काफी अहम होती है. ऐसे में अगर फाइनेंशियली सपोर्ट मजबूत रहेगा तो हायर एजुकेशन या नया बिजनेस शुरू करना उसके लिए काफी आसान होगा. 

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बच्चों के लिए इन्वेस्टमेंट के ऑप्शन कई सारे हैं. लेकिन यहां यह देखना है कि लॉन्ग टर्म का ऐसा इन्वेस्टमेंट प्लान चुने, जिसमें कम्पाउंडिंग का जबरदस्त फायदा मिले और लक्ष्य के मुताबिक कॉपर्स आसानी से तैयार किया जा सकते. 18 साल एक लंबा समय होता है और लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए म्यूचुअल फंड एसआईपी (Mutual Fund SIP) एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है.बाजार में ऐसी कई म्यूचुअल फंड स्कीम हैं, जिनमें लॉन्ग टर्म SIP का रिटर्न 15 फीसदी एनअुल या इससे ज्यादा रहा है. इस बारे में आप 18x15x10 रूल या स्ट्रैटेजी अपना सकते हैं. 

समझिये 18x15x10 की स्ट्रैटेजी?

अगर आप लॉन्ग टर्म तक SIP के लिए तैयार हैं और बच्चे को एडल्ट होने पर 1 करोड़ फंड बनाने का टारगेट है, तो म्‍यूचुअल फंड में 18x15x10 की स्ट्रैटजी मददगार हो सकती है. इस नियम का मतलब है कि 18 साल तक हर महीने 10,000 रुपये ऐसी स्‍कीम में एसआईपी के जरिए निवेश किया जाए, जिनमें 15 फीसदी सालाना के हिसाब से ब्‍याज मिल रहा हो. 

SIP: कैलकुलेशन से समझिये 

SIP Calculator  के मुताबिक, अगर आप 18 साल तक हर महीने 10,000 रुपये मंथली SIP करते हैं और उस पर अनुमानित रिटर्न 15 फीसदी सालाना है तो 18 साल बाद आपके पास 1.10 करोड़ रुपये का फंड होगा. इस दौरान आपका कुल निवेश 21.60 लाख रुपये होगा. जबकि, अनुमानित रिटर्न करीब 88.8 लाख रुपये होगा. 

SIP: कम्पाउंडिंग की ताकत

18-15-15 स्ट्रैटजी का प्रमुख मकसद कम्पाउंडिंग की ताकत (Power of Compounding) का फायदा उठाना है. इन्वेस्टमेंट जितना लंबे समय के लिए होगा, उसमें कम्पाउंडिंग का फायदा उतना ज्यादा होगा. इसलिए जल्द से जल्द निवेश शुरू करना फायदेमंद रहता है. 

18x15x10 की स्ट्रैटजी में कम्पाउंडिंग की ताकत समझिये अगर 10 साल के लिए SIP करें तो मैच्योरिटी पर 27,86,573 रुपये का फंड तैयार होगा, जबकि 15 साल में यह कॉपर्स 67,68,631 रुपये हो सकता है. वहीं, 18 साल करने पर 1.1 करोड़ का अनुमानित फंड आपके पास होगा. दरअसल, यही कम्पाउंडिंग की ताकत होती है.

SIP: रिस्क भी समझ लें 

म्यूचुअल फंड SIP में हमेशा बाजार का रिस्क जुड़ा रहता है. बाजार में उतार-चढ़ाव का असर आपके रिटर्न पर पड़ेगा. साथ ही साथ कभी भी किसी फंड का पिछला रिटर्न उसके भविष्य में मिलने वाले रिटर्न की गारंटी नहीं होता है. इसलिए हमेशा उम्र, लक्ष्य, इनकम और रिस्क उठाने की क्षमता के आधार पर निवेश का ऑप्शन चुनना चाहिए. 

 

(डिस्क्लेमर: यहां SIP कैलकुलेशन के आधार पर फंड का आंकड़ा है. यहां निवेश की सलाह नहीं है. म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)