नए फंड से कमाई का मौका! Gold-Silver मिलकर तैयार करेंगे वेल्थ; ₹5000 से शुरू कर सकते हैं निवेश
Mutual fund NFO: एडलवाइज एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड ने नई स्कीम 'एडलवाइज गोल्ड एंड सिल्वर ETF फंड ऑफ फंड' (Gold and Silver ETF Fund of Fund) लॉन्च किया है. यह फंड सब्सक्रिप्शन के लिए 24 अगस्त को खुल गया है.
Mutual fund NFO: म्यूचुअल फंड कंपनी एडलवाइज एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड (Edelweiss Asset Management Limited) ने नई स्कीम 'एडलवाइज गोल्ड एंड सिल्वर ETF फंड ऑफ फंड' (Gold and Silver ETF Fund of Fund) लॉन्च किया है. यह फंड सब्सक्रिप्शन के लिए 24 अगस्त को खुल गया है. इसमें निवेशक 7 सितंबर 2022 तक अप्लाई कर सकते हैं. इस स्कीम में मिनिमम 5000 रुपये से निवेश शुरू है. यह एक ओपन एंडेड स्कीम हैं. यानी, इसमें निवेशक जब चाहें पैसा निकाल सकते हैं. फंड हाउस का कहना है कि यह भारत का पहला फंड है, जिसमें गोल्ड और सिल्वर दोनों का एकसाथ एक्सपोजर मिलेगा.
एडलवाइज एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड की एमडी और सीईओ राधिका गुप्ता ने कहा, ''हमें इस बात की खुशी है कि हमने एक ऐसा सॉल्यूशन लॉन्च किया, जिसमें गोल्ड और सिल्वर का एक्सपोजर एक फंड में मिले. डायवर्सिफिकेशन बेनेफिट के चलते इन दोनों ही कीमती धातुओं में निवेश काफी होता है. निवेशक गोल्ड की प्रॉपर्टीज का फायदा महंगाई के खिलाफ हेज करने में उठा सकते हैं. इसके साथ ही न्यू-एज टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स मैन्युफैक्चरिंग में बढ़ते चांदी के इस्तेमाल का फायदा ले सकते हैं. फंड ऑफ फंड का स्ट्रक्चर रिबैलेंसिंग के दौरान सुविधाजनक और टैक्स सेविंग है.''
निवेशकों के लिए कैसे फायदेमंद?
म्यूचुअल फंड हाउस के मुताबिक, एडलवाइज गोल्ड एंड सिल्वर ईटीएफ फंड ऑफ फंड ऐसे निवेशकों के लिए बेहतर है, जो गिरावट के दौरान अपने पोर्टफोलियो में एसेट क्लास शामिल कर सकता है. इसमें निवेशकों को इक्विटी पोर्टफोलियो में उतार-चढ़ाव से बचने में मदद मिलेगी. दोनों ही कीमती धातुएं पिछले कुछ समय समय से अंडरपरफॉर्म्ड रही हैं. वहीं, डॉलर इंडेक्स में नियर टर्म में कमजोरी आ सकती है इसलिए यह गोल्ड और सिल्वर में निवेश करने का अच्छा समय है. यहां यह बता दें कि डॉलर इंडेक्स और गोल्ड व सिल्वर में विपरीत संबंध है. यानी, अगर डॉलर इंडेक्स कमजोर होगा, तो सोने-चांदी में तेजी देखने को मिल सकती है. इस स्कीम के फंड मैनेजर भावेश जैन और भारत लाहोटी हैं. स्कीम का बेंचमार्क घरेलू गोल्ड प्राइस है.
किफायती और लिक्विड स्कीम
आमतौर पर सोने और चांदी का इस्तेमाल महंगाई के खिलाफ हेजिंग के लिए किया जा सकता है. दरअसल, हेजिंग का सीधा मतलब बचाव से है. हेजिंग शेयर बाजार में कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव के जोखिम को कम करने या बेअसर करने का एक तरीका है. हेजिंग को स्टॉक मार्केट मे एक इंश्योरेंसे के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा, गोल्ड और सिल्वर दोनों ही मैटल की सप्लाई सीमित है, लेकिन डिमांड तेजी से बढ़ रही है. खासकर, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, स्मार्टफोन्स, सोलर पैनल्स जैसे न्यू-एज टेक्नोलॉजी में चांदी की तेजी से बढ़ती डिमांड का फायदा मिल सकता है. यह स्कीम किफायती है. फिजिकल गोल्ड और सिल्वर की तरह लिक्विड है. यानी, जब चाहें आप पैसा निकाल सकते हैं. इस स्कीम में 365 दिन के पहले रिडीम करने पर 1 फीसदी एक्जिट लोड देना होगा.
(डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)