म्यूचुअल फंड पर बजट का क्या होगा असर, क्या होनी चाहिए निवेश की रणनीति?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में कई घोषणाएं की हैं. उन्होंने सरकारी बैंकों की हालत सुधारने के लिए फंड का प्रावधान किया है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में कई घोषणाएं की हैं. उन्होंने सरकारी बैंकों की हालत सुधारने के लिए फंड का प्रावधान किया है. ग्रामीण भारत और कृषि के लिए भी कई घोषणाएं हुई हैं. बजट में हुई इन घोषणाओं का आपके म्यूचुअल फंड निवेश पर क्या असर होगा? बजट के बाद आपके लिए कहां निवेश करना फायदेमंद होगा? क्या बैंकिंग फंड्स देंगे बेहतर रिटर्न? क्या मिड कैप फंड्स में निवेश होगा बेहतर? इन सभी सवालों का जवाब दे रही हैं सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर पूनम रूंगटा.
बजट में इन घोषणाओं से होगा फायदा -
1. बजट में पैन के बदले आधार के इस्तेमाल को मंजूरी दी गई है.
2. म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए KYC करना आसान होगा.
3. आधार के बूते म्यूचुअल फंड निवेश बढ़ने की उम्मीद है.
4. CPSE ETFs को ELSS की तर्ज लाने की घोषणा.
5. केंद्र सरकार का विनिवेश का काफी बड़ा लक्ष्य है. बजट की इस घोषणा का म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री को फायदा मिलेगा.
सरकार ने सेबी को लिस्टेड कंपनियों में पब्लिक शेयरहोल्डिंग बढ़ाने का सुझाव दिया है. सेबी को पब्लिक शेयरहोल्डिंग 25% से 35% करने का सुझाव दिया है. सुझाव पर अमल होने से मार्केट को कैपिटल जुटाने में मदद मिलेगी. म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए इक्विटी निवेश बेहतर हो सकता है. PSBs को NBFCs से असेट खरीदने के लिए इंसेंटिव मिलेगा. सरकार का यह कदम डेट म्यूचुअल फंड के लिए अच्छा साबित होगा.
सरकार ने डॉलर मार्केट में सॉवरीन बोरोविंग्स बढ़ाने की घोषणा की है. डॉमेस्टिक मार्केट में बॉन्ड्स की सप्लाई रोकने में मदद मिलेगी. बैंक सेक्टर के लिए सरकार की तरफ से घोषणाओं का फायदा मिलेगा.
बजट के बाद कहां करें निवेश?
लंबी अवधि के लिए निवेश है तो रणनीति में बदलाव की जरूरत नहीं. इक्विटी में निवेश लंबी अवधि के लिए ही रखना बेहतर होता है. आपके पोर्टफोलियो में विविधता होनी अहम है. जोखिम क्षमता के आधार पर पोर्टफोलियो तैयार करना सही है. पोर्टफोलियो को रिव्यू करें, जरूरत के हिसाब से बदलाव भी करें.
बजट के बाद कहां करें निवेश?
बजट में सरकारी बैंकों के लिए 70,000 करोड़ का फंड दिया गया है. घोषणा के बाद ही निफ्टी PSU बैंक 2.5% ऊपर चला गया था. पिछले एक साल से बैंकिंग सेक्टर फंड्स का अच्छा प्रदर्शन है. बजट में फंड के बाद भी रिटर्न में जोरदार इजाफे की उम्मीद कम है क्योंकि ज्यादातर बैंकिंग फंड्स की PSU बैंकों में हिस्सेदारी बहुत कम है. PSU बैंकों में सिर्फ कैपिटल की नहीं, अन्य कई दिक्कतें भी हैं. बजट में घोषणा से रिटर्न में इजाफा होने की उम्मीद ना के बराबर.
डेट फंड्स के आएंगे अच्छे दिन?
GDP का 3.3% राजकोषीय घाटे की घोषणा डेट मार्केट के लिए अच्छी खबर है. बजट में घोषणाओं के बाद 10 ईयर यील्ड 6 से 6.25% तक पहुंच सकती है. यील्ड कम होने के बावजूद डेट में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. बजट की घोषणाओं का डेट फंड इन्वेस्टर्स को फायदा है.
लंबी अवधि के निवेशकों के लिए फायदेमंद है. बाजार के उतार-चढ़ाव में निवेश बनाए रखेंगे. बॉन्ड वैल्यू सुधरने का फायदा मिलेगा. यील्ड के आने वाले दिनों में कम होने की उम्मीद है. लॉन्ग ड्यूरेशन बॉन्ड फंन्ड्स में निवेश होगा बेहतर. मिड कैप में लंबी अवधि का निवेश करना बेहतर है. मिड साइज कंपनियां नोटबंदी, GST के झटके से उबर रही हैं. मिड साइज कंपनियां खुद में स्थिरता लाने में लगी हैं.
पूनम रूंगटा के पसंदीदा फंड्स-
ICICI Pru Banking & Fin. Services
SBI Banking & Fin. Services
L&T Midcap Fund
Axis Midcap Fund
SBI Dynamic Bond Fund
DSP Savings Fund