Mutual Fund SIP calculator: छोटी-छोटी बचत को मंथली निवेश की आदत बना लें, तो भविष्‍य में लाखों रुपये का फंड आसानी से बना सकते हैं. म्‍यूचुअल फंड एक ऐसा ऑप्‍शन हैं, जहां आप डायरेक्‍ट बाजार के जोखिम उठाए बिना इक्विटी जैसा रिटर्न हासिल कर सकते हैं. म्‍यूचुअल फंड में सिस्‍टमैटिक इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान (SIP) के जरिए हर महीने एक तय रकम निवेश कर सकते हैं. SIP को लंबी अवधि तक बनाए रखने पर कम्‍पाउडिंग का जबरदस्‍त फायदा मिलता है. आइए जानते हैं, अगर आपने 500 रुपये की मंथली SIP शुरू की है, अगले 5, 10 या 20 साल में कितना फंड बना सकते हैं. 

SIP: लॉन्‍ग टर्म औसतन 12% सालाना रिटर्न 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

म्‍यूचुअल फंड SIP निवेश का एक सिस्‍टमैटिक तरीका है. लंबी अवधि में अधिकांश फंड्स का सालाना एसआईपी रिटर्न औसतन 12 फीसदी या इससे ज्‍यादा रहा है. इसमें निवेशकों को सीधे बाजार के रिस्‍क का सामना नहीं करना पड़ता है. वहीं, रिटर्न भी ट्रेडिशनल प्रोडक्‍ट के मुकाबले ज्‍यादा रहता है. 

5 साल में कितना फंड

मान लीजिए, आप 500 रुपये की मंथली SIP शुरू करते हैं. SIP कैलकुलेटर के मुताबिक, 12 फीसदी औसत रिटर्न पर 41,243 लाख रुपये का फंड बना सकते हैं. इसमें आपका 5 साल में कुल निवेश 30,000 रुपये और अनुमानित रिटर्न 11,243 रुपये होगा. यह जरूर ध्‍यान रखें कि म्‍यूचुअल फंड में निवेश में भी रिस्‍क है. 

10 साल में कितना फंड

SIP कैलकुलेटर के मुताबिक, 500 रुपये की एसआईपी 10 साल तक जारी रखने पर 1,16,170 रुपये का फंड बना सकते हैं. इसमें आपका 10 साल में कुल निवेश 60,000 रुपये और अनुमानित रिटर्न 56,170 रुपये होगा.

20 साल में कितना फंड

SIP कैलकुलेटर के मुताबिक, 500 रुपये की एसआईपी 20 साल तक जारी रखने पर 4,99,574 रुपये का फंड बना सकते हैं. इसमें आपका 20 साल में कुल निवेश 1.20 लाख रुपये और अनुमानित रिटर्न 3,79,574 रुपये होगा.

Zee Business Hindi Live यहां देखें 

SIP पर बुलिश हैं निवेशक! 

एसोसिएशन ऑफ म्‍यूचुअल फंड्स इन इंडिया (Amfi) की ओर से हाल में जारी आंकड़े के मुताबिक, अप्रैल 2022 में इक्विटी म्‍यूचुअल फंड्स में 15,890 करोड़ रुपये का नेट इनफ्लो हुआ. लगातार 14वें महीने इक्विटी फंड्स में इनफ्लो आया है. इक्विटी स्‍कीम्‍स में मार्च 2021 से लगातार निवेश आ रहा है. 

एडलवाइस म्‍यूचुअल फंड के हेड (सेल्‍स) दीपक जैन का कहना है, सिस्‍टमैटिक या अनु‍शासित तरीके से निवेश लंबी अवधि में ज्‍यादा फायदा और कम अस्थिर होता है. इसलिए निवेशक रेग्‍युलर निवेश के लिए SIPs को तरजीह दे रहे हैं. निवेशकों का फोकस सिर्फ रिटर्न नहीं बल्कि रिस्‍क एडजस्‍टेड रिटर्न पर है.

जियोपॉलिटिकल टेंशन के चलते ग्‍लोबल मार्केट में लगातार उतार-चढ़ाव बना हुआ है. FPI's की ओर से लगातार आउटफ्लो के बावजूद घरेलू निवेशकों का भरोसा घरेलू बाजारों पर मजबूत है. इसमें सबसे ज्‍यादा पॉजिटिव फ्लो मजबूत एसआईपी (SIP) के जरिए आया है. अप्रैल 2022 में एसआईपी इनफ्लो 11,863 करोड़ रुपये रहा. वहीं, SIP अकाउंट्स 5.39 करोड़ के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए. अप्रैल में 11.29 लाख नए एसआईपी अकाउंट जुड़े. 

 

(डिस्‍क्‍लेमर: यहां किसी भी तरह से निवेश की सलाह नहीं दी गई है. म्‍यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)