Mutual Fund: शेयर बाजार में बीते कई महीने से उतार-चढ़ाव के बावजूद म्‍यूचुअल फंड में निवेशकों का भरोसा बना हुआ है. महंगाई और बढ़ती ब्‍याज दरों की चिंताओं के बीच लगातार इस साल जुलाई में 17वें महीने इक्विटी स्‍कीम्‍स में इनफ्लो देखा गया. म्‍यूचुअल फंड एक ऐसा इंस्‍ट्रूमेंट है, जिसमें निवेशक को उसकी सुविधा के मुताबिक निवेश का ऑप्‍शन मिलता है. वह एकमुश्‍त या हर महीने सिस्‍टमेटिक इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान (SIP) के जरिए निवेश कर सकते हैं. म्‍यूचुअल फंड में निवेश पर बाजार के उतार-चढ़ाव का असर होता है. यानी, निवेश में जोखिम रहता है. बावजूद इसके कई ऐसे फायदे हैं, जो दूसरे निवेश ऑप्‍शन में नहीं मिलते हैं.  

बना सकते हैं करोड़ों का फंड 

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म्‍यूचुअल फंड में आप महज 100 रुपये की छोटी बचत से भी निवेश शुरू कर सकते हैं. SIP में लॉन्‍ग टर्म का निवेश किया जाए तो, इसमें कम्‍पाउंडिंग का जबरदस्‍त फायदा मिलता है. कई ऐसे फंड्स हैं, जिन्‍होंने मंथली निवेश से करोड़ों का फंड बना दिया. लंबी अवधि में SIP का सालाना औसत रिटर्न 12  फीसदी रहा है. SIP Calculator के मुताबिक, अगर 5,000 रुपये की मंथली एसआईपी अगले 25 साल तक बनाए रखते हैं, तो 12 फीसदी सालाना औसत रिटर्न पर करीब 95 लाख का फंड बना सकते हैं. इसमें आपका निवेश करीब 15 लाख रुपये होगा. जबकि, अनुमानित वेल्‍थ गेन करीब 80 लाख हो सकता है. 

म्‍यूचुअल फंड के जरिए हर एसेट क्‍लास में निवेश

म्‍यूचुअल फंड एक ऐसा तरीका है, जिसके जरिए आप किसी भी एसेट क्‍लास में निवेश कर सकते हैं. गोल्‍ड खरीदने का प्‍लान है तो आपको गोल्‍ड फंड का ऑप्‍शन मिलेगा. इसी तरह, फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट के लिए डेट फंड, रीयल एस्‍टेट के लिए इंफ्रा फंड जैसे ऑप्‍शन आपको मिल जाएंगे. यानी, आप अपनी जोखिम उठाने की क्षमता और निवेश के लक्ष्‍य को देखकर अपनी पसंद के एसेट क्‍लास की स्‍कीम्‍स चुन सकते हैं. 

निवेश करना बेहद आसान 

म्‍यूचुअल फंड में निवेश की प्रक्रिया काफी आसान है. आपको नो योर कस्‍टमर (KYC) पूरी करानी होगी.  KYC के लिए डॉक्‍यूमेंट्स की जरूरत पड़ती है. इनमें एड्रेस प्रूफ और आईडेंटिटी प्रूफ डॉक्‍यूमेंट्स शामिल हैं. आज के समय में कई मोबाइल ऐप हैं, जिनके जरिए आसानी से म्‍यूचुअल फंड में निवेश शुरू किया जा सकता है. म्‍यूचुअल फंड में निवेश के लिए पेमेंट मोड भी काफी सुविधानजक है. पूरा प्रॉसेस डिजिटल और कॉन्‍टेक्‍टलेस है. आपको सिर्फ मंथली निवेश की लिमिट के लिए फंड हाउस को देनी होगी. जिससे कि बैंक से ऑटोमेटिक पेमेंट हो जाए. इसके अलावा मोबाइल ऐप से आप अपनी सुविधानुसार पेमेंट कर सकते हैं.

फंड मैनेजर की सुविधा  

म्‍यूचुअल फंड में निवेश का मैनजमेंट म्‍यूचुअल फंड हाउसेस करते हैं. इसके लिए डेडिकेटेड फंड मैनेजर होते हैं, जो आपके निवेश का मैनेजमेंट करता है. यानी, एक प्रोफेशनल व्‍यक्ति आपके पैसे को किस जगह, कब और कितना लगाना है, इसका फैसला करता है. जिससे कि निवेशक को ज्‍यादा से ज्‍यादा रिटर्न मिल सके. वहीं, म्‍यूचुअल फंड में निवेश में पूरी तरह ट्रांसपरेंसी यानी पारदर्शिता रहती है. फंड मैनेजर आपका कितना पैसा किस स्‍टॉक में लगा रहा है, इसकी पूरी डिटेल आप ऑनलाइन जब चाहें देख सकते हैं. इसके अलावा, आप रोज अपनी स्‍कीम की परफॉर्मेंस चेक कर सकते हैं.

 

(बीपीएन फिनकैप के डायरेक्‍टर एके निगम से बातचीत पर आधारित)