Mutual Fund: कैसे शुरू कर सकते हैं निवेश? जान लें KYC के लिए जरूरी कागजात की डीटेल
Mutual Funds: म्यूचुअल फंड में 100 रुपये की SIP से भी निवेश शुरू कर सकते हैं. म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू करने के लिए आपको जरूरी KYC करनी होती है और इसके लिए कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ती है.
Mutual Funds: निवेश की हर छोटी शुरुआत, लंबी अवधि का नजरिया और बाजार की अनिश्चितता में धैर्य भविष्य में बड़ा फंड तैयार करने में मददगार होता है. म्यूचुअल फंड एक ऐसा जरिया है, जिसके जरिए आप एकमुश्त निवेश के अलावा छोटी-छोटी सेविंग्स को भी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए रेग्युलर निवेश कर सकते हैं. इसमें बाजार का डायरेक्ट जोखिम नहीं रहता और रिटर्न भी बैंक FD, RD ट्रेडिशनल ऑप्शन के मुकाबले ज्यादा मिल सकता है. म्यूचुअल फंड में 100 रुपये की SIP से भी निवेश शुरू कर सकते हैं. म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू करने के लिए आपको जरूरी KYC करनी होती है और इसके लिए कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ती है. आइए इनके बारे में जानते हैं...
Mutual fund: किन डॉक्यमेंट्स से KYC
इंडिविजुअल निवेशक को म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए आपको केवाईसी (KYC- Know your customer) कम्प्लायंस पूरा करना होगा. ICICI प्रुडेंशियल म्यूचुअल फंड की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, KYC के लिए डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ती है. इनमें एड्रेस प्रूफ और आईडेंटिटी प्रूफ (ID) डॉक्यूमेंट्स शामिल हैं. ID प्रूफ के लिए आधार नंबर, पासपोर्ट, वोटर आईडी कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस दे सकते हैं. वहीं, फोटो के साथ पैन कार्ड देना होगा. बीपीएन फिनकैप के डायरेक्टर अमित कुमार निगम का कहना है कि पैन कार्ड आधार से लिंक होना चाहिए. अब म्यूचुअल फंड में निवेश डिजिटल तरीके से ज्यादा हो रहा है. इसलिए मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी होनी चाहिए.
एड्रेस प्रूफ के लिए डॉक्यूमेंट
KYC के लिए आपको एड्रेस प्रूफ के डॉक्यूमेंट भी देने होंगे. इनमें पासपोर्ट, वोटर ID कार्ड, राशन कार्ड, रजिस्टर्ड लीज या सेल एग्रीमेंट, ड्राइविंग लाइसेंस, फ्लैट मेन्टेनेंस बिल, इंश्योरेंस कॉपी और लैंडलाइन टेलिफोन बिल, इलेक्ट्रिसिटी बिल या गैस बिल (3 महीने से पुरानी न हो) की कॉपी दे सकते हैं. इसके अलावा, कई दूसरे डॉक्यूमेंट्स भी आप एड्रेस प्रूफ के तौर दे सकते हैं. जैसेकि आप गैजटेड अधिकारी, नोटरी पब्लिक, कॉमर्शियल बैंकों के बैंक मैनेजर, विधानसभा या संसद के प्रतिनिधि, सरकारों या वैधानिक अथॉरिटी की ओर से एड्रेस प्रूफ भी केवाईसी के लिए दे सकते हैं.
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Mutual Fund है क्या?
सरल शब्दों में समझें, तो म्यूचुअल फंड दरअसल बहुत सारे लोगों के पैसे से बना हुआ फंड होता है. जिसमें लगाई गई रकम अलग-अलग जगहों पर निवेश करने के लिए इस्तेमाल की जाती है. इसमें फंड हाउस की यह कोशिश रहती है कि निवेशक को उसके पैसे पर ज्यादा से ज्यादा रिटर्न दिया जाएगा. इसके लिए प्रोफेशनल फंड मैनेजर होते हैं. ये फंड मैनेजर आपके पैसे का मैनेजमेंट करते हैं, कि कहां आपका पैसा लगाया जाए, जिससे आपको बेहतर रिटर्न मिल सके है
म्यूचुअल फंड के जरिए आप किसी भी एसेट क्लास में निवेश कर सकते हैं. गोल्ड खरीदने का प्लान है, तो आपको गोल्ड फंड का ऑप्शन मिलेगा. इसी तरह, फिक्स्ड डिपॉजिट के लिए डेट फंड, रीयल एस्टेट के लिए इंफ्रा फंड जैसे ऑप्शन आपको मिल जाएंगे. म्यूचुअल फंड निवेश में आपको एक प्रोफेशनल की सलाह मिलती है. एक फंड मैनेजर की ओर से आपके पैसे का मैनेजमेंट किया जाता है.
(डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)