कोरोना के समय ने लोगों को इतना तो सिखा दिया है कि हमें मेडिकल सिक्‍योरिटी को भी अपने पोर्टफोलियो में शामिल जरूर करना चाहिए. कब किसको किस तरह की स्थितियां देखनी पड़ जाएं, कुछ कहा नहीं जा सकता. अगर इसके लिए पहले से तैयारी नहीं है तो आपको बड़ा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है. यही वजह है कि अब लोग हेल्‍थ इंश्‍योरेंस को जरूर खरीदते हैं. लेकिन कई लोग हेल्‍थ इंश्‍योरेंस और मेडिक्‍लेम को एक ही समझते हैं और इसी कन्‍फ्यूजन में हेल्‍थ इंश्‍योरेंस की जगह पर मेडिक्‍लेम खरीद लेते हैं. आप भी अगर यही भूल कर रहे हैं, तो इस भूल को आज जरूर सुधार लें और इनके बीच का फर्क जान लें.

क्‍या है हेल्‍थ इंश्‍योरेंस

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हेल्थ इंश्योरेंस आपको एक व्‍यापक कवरेज प्रदान करता है. इसमें अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद के खर्च, डेकेयर, ओपीडी खर्च वगैरह भी शामिल होता है. ये पूरा खर्च पॉलिसी के हिसाब से कंपनी उठाती है. हेल्‍थ इंश्‍योरेंस में आप सीरियस इलनेस, मैटरनिटी बे‍निफिट्स और इन्‍फर्टिलिटी कवर जैसे कई तरह के एडिशनल कवर ऐड-ऑन करवा सकते हैं. इंश्‍योरेंस में मेडिकल और सर्जिकल दोनों को कवरेज मिलता है. स्वास्थ्य बीमा प्‍लान में फ्लेक्सिबिलिटी होती है, इन्‍हें व्यक्तिगत आवश्यकताओं के हिसाब से मैनेज किया जा सकता है. हेल्थ इंश्योरेंस में कैशलैस इलाज की भी सुविधा मिलती है.

क्‍या है मेडिक्‍लेम

मेडिक्लेम एक ऐसी बीमा पॉलिसी है जिसमें आपको अस्‍पताल में भर्ती होने पर ही कवर मिलता है. इसमें आपको एडिशनल कवर ऐड-ऑन करवाने की सुविधा नहीं मिलती है. ज्‍यादातर मामलों में हॉस्पिटल में भर्ती का अधिकतम खर्च 5 लाख रुपए तक होता है. हालांकि अधिकतम कवर कितना होगा, ये इंश्‍योरेंस प्रोवाइड पर निर्भर करता है. इसमें हेल्‍थ इंश्‍योरेंस के मुकाबले फ्लेक्सिबिलिटी भी कम होती है. अगर आपके पास मेडिक्लेम है, तो आप खर्चों का पेमेंट करने के लिए बीमा कंपनी को अपने बिल जमा कर सकते हैं, या मेडिक्लेम पॉलिसी में आप कैशलेस के ऑप्शन चुन सकते हैं.

मेडिक्‍लेम या हेल्‍थ इंश्‍योरेंस, क्‍या चुनें? 

मेडिक्‍लेम का कवरेज कम होने के कारण ये हेल्‍थ इंश्‍योरेंस की तुलना में सस्‍ता पड़ता है. लेकिन एक्‍सपर्ट्स की मानें तो हमें कॉम्प्रिहेंसिव हेल्‍थ इंश्‍योरेंस को चुनना चाहिए. हेल्‍थ इंश्‍योरेंस लेते समय भी तमाम कंपनियों द्वारा दी जाने वाली कवरेज, सर्विसेज, बेनिफिट्स और  प्रीमियम की तुलना करना बहुत जरूरी है. व्‍यक्तिगत बीमा की जरूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, ऐसे में आपके बजट और जरूरतों के मुताबिक जो इंश्‍योरेंस फिट हो, वो प्‍लान खरीदना चाहिए.